November 24, 2024

PU छात्रसंघ चुनाव में दिखी नीतीश की चमक, तेजस्वी फेल; पप्पू यादव को छात्रों ने नकारा

0

पटना

पटना विश्वविद्यालय में तीन साल बाद छात्रसंघ चुनाव हुआ। इसमें लगभग 54.38 प्रतिशत मतदान हुआ। पंजिकृत 24523 मतदाताओं में  13337 अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शनिवार देर रात चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए। उसके बाद से कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल बन गया है। छात्रसंघ चुनाव परिणामों को लेकर सियासत भी शुरू हो गयी है। सत्ता की मुख्यधारा में कार्य करने वाले राजीतिक दलों की ओर से एक दूसरे पर वार-प्रतिवार शुरू हो गया है।

चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी से जुड़े छात्र संगठन छात्र जदयू ने बेहतर प्रदर्शन किया है। सेंट्रल पैनल में पांच में से चार पद छात्र जदयू के उम्मीदवारों ने जीत लिए। अध्यक्ष सहित चार पदों पर छात्र जदयू ने जीत दर्ज की है। छात्र जदयू के आनंद मोहन ने अध्यक्ष पद के कड़े मुकाबले में एनएसयूआई के शाश्वत शेखर को हराया। उपाध्यक्ष पद भी छात्र जदयू के खाते में गया। प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह एबीवीपी की प्रतिभा से 1329 वोट से जीते। विक्रमादित्य को 4055 वोट मिले, जबकि प्रतिभा को 2726 मत प्राप्त हुए।  वहीं, संयुक्त सचिव पर छात्र जदयू की संध्या कुमारी ने जीत दर्ज की है। कोषाध्यक्ष पद पर जदयू के रविकांत ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अभाविप के वैभव को कड़े मुकाबले में हराया। एक पोस्ट एबीवीपी के पास गया। महासचिव पद पर बीजेपी समर्थित एबीवीपी के विपुल कुमार ने जीत दर्ज किया।

इस जीत हार का राजनैतिक विश्लेषण शुरू हो गया है पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के नये अध्यक्ष आनंद मोहन ने कहा कि नीतीश कुमार की कल्याणकारी योजनाओं का असर छात्रसंघ चुनाव में दिखा। सेंट्रल पैनल में संगठन का डंका बजा है।  उन्होंने कहा कि छात्र जदयू में उत्साह और उंग का माहौल है। उन्होंने मतदाताओं का धन्यवाद दिया।  इस बीच सरकार के सहयोगी तेजस्वी यादव छात्रसंघ चुनाव में फसड्डी साबित हुए। छात्र राजद को एक भी सीट नहीं मिली। साथ-साथ एनएसयूआई व वामदलों के छात्र संगठनों का खाता भी नहीं खुला। पप्पू यादव को भी इस चुनाव में छात्रों ने पूरी तरह से नकार दिया।

परिणाम सामने आने के बाद जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि हर वर्ग में नीतीश कुमार को लोग पसंद करते हैं, चाहे बुजुर्ग हो, युवा हों या छात्र हों।  सबको नीतीश कुमार पर अटूट विश्वास है। नीतीश कुमार की कार्यशैली का प्रभाव इस बार के छात्रसंघ चुनाव पर साफ दिखा है।

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने महागठबंधन जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय में महागठबधन का दबदबा कायम रहा। हालांकि चुनाव में छात्र जदयू और छात्र राजद के प्रत्याशी एक दूसरे को टक्कर दे रहे थे। कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने कहा है कि पटना विश्वविद्यालय के छात्रों ने देश में सांप्रदायिक शक्तियों का साथ देने वाली ताकतों को नकार दिया है।

उधर, विपक्षी दल भाजपा ने राजद और तेजस्वी यादव पर कड़ा प्रहार किया है। पार्टी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि राजद के युवराज तेजस्वी यादव को छात्रों ने नकार दिया है। तेजस्वी यादव एक सीट के लिए तरसते रह गए। वह पटना विश्वविद्यालय चुनाव में किसी काम के नहीं रहे। जदयू की जीत पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि तकनीकि व प्रशासनिक मैनेजमेंट से जीतने में सफल हो गई। बीजेपी ने चुनाव में प्रशासनिक गुंडों के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने फिर राजद को औकात दिखा दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *