दिल्ली में गोड़ी करमा पर रिखी संग झूम उठे संस्कृति मंत्री भगत
भिलाई
नई दिल्ली के प्रगति मैदान के आडिटोरियम में सोमवार की शाम छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव मनाया गया। इस दौरान संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत मुख्य अतिथि थे। आयोजन की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में छत्तीसगढ़ के लोकवाद्य संग्राहक व लोक कलाकार रिखी क्षत्रिय ने अपने समूह के साथ पारंपरिक लोक नृत्यों व लोकवाद्य वादन की प्रस्तुति दी। इस दौरान परंपरागत गोड़ी करमा नृत्य के दौरान ऐसा समां बंधा कि संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी रिखी क्षत्रिय का साथ देने से खुद को रोक न सके। मंत्री भगत ने इस दौरान रिखी औऱ् उनके समूह की प्रस्तुतियों को सराहा और छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण में रिखी क्षत्रिय के योगदान की प्रशंसा की।
इस आयोजन में रिखी क्षत्रिय छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोक नृत्य गीत-संगीत देवार करमा, गोंडी करमा, भोजली, गौरा-गौरी, सुआ व आंगा देव आदि की रंगारंग प्रस्तुति दी। इस दौरान उनके सहयोगी कलाकारों में राम कुमार पाटिल संगीतकार, कुलदीप शर्मा गायक, दिनेश वर्मा गायक, हेमराज सिन्हा गायिका, प्रियांशी महिमा, अजय उमरे, डोरेलाल गुड्डू, भोला राजेश, अजीत, कमल, प्रदीप, पारस, प्रमोद, संजीव, रंजीत, नवीन, भरत, नेहा, साधना, जयलक्ष्मी, अनुराधा, शशि, प्रेमलता व भुवनेश्वरी आदि शामिल थे।
मंत्री भगत ने रिखी क्षत्रिय व उनके समूह का विशेष रूप से सम्मान किया। इसके पहले रिखी क्षत्रिय व उनके समूह ने प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में 18 नवंबर से 20 नवंबर तक संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन की ओर से छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रदर्शित करते मंचीय प्रस्तुतियां दी। इन प्रस्तुतियों को देश-विदेश के आए लोगों ने बेहद सराहा।