यात्रा का पहला लक्ष्य- किसान, मजदूर और युवाओं के मन से डर हटाना : राहुल
बुरहानपुर
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज सुबह मध्यप्रदेश में प्रवेश कर कई। बुरहानुपर के बोरदली गांव में भारत जोड़ो यात्रा का पारंपरिक स्वागत किया गया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि खुशी है, एमपी में पहला कदम रखा है। यहां के लोगों से गले मिलेंगे, बातें होंगी। हम 7 घंटे रोज चलते हैं। हम अपनी बात नहीं रखते। मुंह बंद और कान खुले रखते हैं। मन की बात नहीं, आपके मन की बात सुनते हैं। किसानों, युवाओं, व्यापारियों के मन की बात सुनते हैं। दिनभर सुनते हैं। शाम 7 बजे हम अपनी बात रखते हैं। बहुत मजा आएगा। कांग्रेस कार्यकताओं को थोड़ी थकान होगी। आप देखना लाखों लोग, लाखों युवा, बेरोजगार इस यात्रा में शामिल होंगे। उन्होंने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि बीजेपी का तरीका है डर फैलाने का। बेरोजगारी बढ़ाकर युवाओं के दिल में डर, फसलों के सही दाम ने देकर, बीमा का पैसा न देकर, कर्जा माफ न कर किसानों के दिल में डर बैठाया। मनरेगा का पैसा न देकर मजदूरों के दिल में डर फैलाया। जब यह डर फैल जाता है तब यह हिंसा में बदल जाता है। हिंदुस्तान में किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
बच्चे से पूछा क्या बनना है
राहुल गांधी ने मंच से एक बच्चे से नाम पूछा, जवाब मिला रूद्र। राहुल ने बच्चे की उम्र भी पूछी, बच्चे ने बताई 5 साल। राहुल ने उस बच्चे से पूछा बड़े होकर क्या बनना चाहते हो। बच्चा ने कहा डॉक्टर। बच्चे को मंच पर लाया गया। राहुल ने बच्चे का हाथ उठाया। उस बच्चे के सपने को लेकर बात की। उन्होनें कहा कि ये बच्चा डॉक्टर बनना चाहता है। आज के हिंदुस्तान में रूद्र का सपना पूरा नहीं हो सकता। मैं 70 दिनों से चल रहा हूं। हर प्रदेश में रूद्र जैसे बच्चे और युवाओं से मिला। 5 साल, 10 साल के बच्चों और 20 साल के युवाओं से मिलता हूं। कोई डॉक्टर तो कोई इंजीनियर बनाना चाहता है।
बीजेपी का तरीका है पहले डर फैलाओ
राहुल ने कहा हिंसा कोई चीज नहीं होती। हिंसा डर का रूप है। जो डरता नहीं वो हिंसा नहीं कर सकता। जो डरता है, वही हिंसा करता है। यात्रा का पहला लक्ष्य- किसान, मजदूर और युवाओं के मन से डर हटाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा का तरीका है कि सबसे पहले डर फैलाओ।
हम बेरोजगारी का हिंदुस्तान नहीं चाहते
राहुल गांधी ने कहा कि यदि आपको डॉक्टर बनना है तो मोटी फीस देनी होगी। ऐसे में फीस नहीं चुका पाएंगे तो डॉक्टर की जगह पर मजदूर बनेंगे। हम ऐसा हिंदुस्तान नहीं चाहते। बेरोजगारी का हिंदुस्तान हम नहीं चाहते। इस हिंदुस्तान में तीन-चार अरबपति जो सपना देखते हैं, वो पूरा कर पाते हैं। पूरी इंडस्ट्री उनके हाथ में। एयरपोर्ट, कंपनी, रेलवे सब उनके हाथ में। ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए। गरीबों का न्याय चाहिए। जब यूपीए की सरकार थी तब रसोई गैस सिलेंडर 400 का था और अब 12 सौ रुपए। आज पेट्रोल के दाम 100-150 रुपए है। पहले 50 रुपए थे। ये पैसा कहां जा रहा है। तीन-चार उद्योगपतियों के जेब में यह पैसा जा रहा है।