केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के भतीजे नंदकिशोर ने की खुदकुशी
लखनऊ
केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री और लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद कौशल किशोर के भतीजे नंदकिशोर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. नंदकिशोर ने घर में फांसी लगा ली. मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है. आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. मामला लखनऊ के दुबग्गा इलाके के बिगरिया का है.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री मार्च 2021 में तब चर्चा में आ गए थे, जब उनकी बहू अंकिता ने सुसाइड करने की कोशिश की थी. अंकिता ने उनके घर के बाहर पहुंचकर अपने हाथ की नस काट ली थी. उसने सुसाइड अटेम्प्ट से पहले वीडियो जारी कर अपने पति आयुष से कहा था , 'मैं किसी से नहीं लड़ सकती क्योंकि तुम्हारे पापा सांसद और मां विधायक हैं, मेरी कोई नहीं सुनेगा, मैंने आज तक किसी को तुम्हें हाथ नहीं लगाने दिया, तो मैं तुम्हें कैसे मार सकती हूं, तुम कितना झूठ बोल रहे हो, तुमने और तुम्हारे घर वालों ने मुझे जीने के लिए नहीं छोड़ा.
आगे अंकिता ने कहा था, 'घर का रेंट नहीं दिया, गैस सिलेंडर नहीं भरवाया, एक बार भी नहीं सोचा कि मैं क्या खाऊंगी, अगर तुम मेरे पास नहीं आओगे तो मुझे रहना भी नहीं है, मैं जा रही हूं, मैं जा रही हूं और तुम मुझे याद रखोगे और सोचोगे कि मुझसे ज्यादा चाहने वाला तुम्हें कोई और नहीं मिलेगा. मेरी मरने की वजह तुम हो और तुम्हारे घर वाले हैं, मैं जा रही हूं.'
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर हाल ही में श्रद्धा वॉल्कर केस पर बयान देकर चर्चा में आ गए थे. केंद्रीय मंत्री ने लिव-इन रिलेशनशिप को गलत बताते हुए लड़कियों को नसीहत दे डाली थी. बिहार के गया पहुंचे केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने श्रद्धा मर्डर केस पर कहा था कि ये गलत है, किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए. जो लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए. अगर किसी लड़के के साथ रहना है तो शादी करके रहो. लिव-इन रिलेशनशिप तो एक दोस्ती होती है, जो थोड़े दिन चलती है, फिर टूट जाती है. फिर लड़कियां दबाव बनाती हैं और फिर इस तरह की घटनाएं होती हैं.
उन्होंने कहा था कि इस हत्याकांड के पीछे कोई न कोई कारण तो जरूर रहा होगा. लड़कियों से अनुरोध करते हुए कहा था कि ऐसी लड़कियों को गैर पढ़ी-लिखी लड़कियों से सबक लेना चाहिए. ज्यादातर पढ़ी लिखी लड़कियां ही लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं. इन घटनाओं और गैर पढ़ी लिखी लड़कियों से सीख लेनी चाहिए. अपने मां–बाप की मर्जी से ही किसी के साथ रहना चाहिए. इस पर (लिव-इन) रोक लगनी चाहिए.