‘आफताब टुकड़े-टुकड़े कर देगा’, श्रद्धा की 2020 की शिकायत पर पुलिस ने क्यों नहीं लिया था एक्शन? सामने आया सच
मुंबई
श्रद्धा हत्याकांड केस की गुत्थी उलझती जा रही है। हाल ही में ये बात सामने आई है कि श्रद्धा वॉकर ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाले के खिलाफ साल 2020 में महाराष्ट्र पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। अब ये सवाल उठता है कि आखिर शिकायत के बाद भी 2020 में मामले की जांच क्यों नहीं की गई थी। अब इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र पुलिस प्रतिक्रिया दी है और बताया है कि आखिर उस वक्त केस बंद क्यों कर दिया गया था। महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को कहा कि 2020 में श्रद्धा वॉकर की एक शिकायत के आधार पर उन्होंने जांच शुरू की थी, लेकिन बाद में श्रद्धा ने लिखित बयान देकर मामला वापस ले लिया था। जिसकी वजह से मामला बंद कर दिया गया था।
'श्रद्धा ने कहा था- उनके और आफताब का विवाद सुलझ गया है'
मीरा भायंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) के डीसीपी, सुहास बावचे ने कहा कि श्रद्धा ने अपने लिखित बयान में कहा था कि "उनके और आफताब पूनावाला के बीच विवाद सुलझा लिया गया था। उस मामले में जो भी आवश्यक कार्रवाई की जानी थी, पुलिस ने उस समय की थी। शिकायतकर्ता श्रद्धा द्वारा दिए गए शिकायत की भी जांच की गई थी। जांच के बाद, श्रद्धा ने खुद लिखित बयान दिया कि कोई विवाद नहीं है।''
'आफताब के माता-पिता ने विवाद सुलझाने को कहा था…'
डीसीपी सुहास बावचे ने आगे कहा, ''श्रद्धा के दोस्त आफताब अमीन पूनावाले के माता-पिता ने भी विवाद को सुलझाने के लिए उसे फुसलाया। उसने लिखित बयान दिया और उसके बाद मामला बंद कर दिया गया।'' 2020 में तुलिंज पुलिस स्टेशन में श्रद्धा ने शिकायत दर्ज की थी, जिसमें उसने अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे आफताब पूनावाला उसके साथ मारपीट कर रहा है और प्रताड़ित कर रहा है।
'आफताब मुझे मार डालेगा…मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगा…'
श्रद्धा ने अपनी शिकायतत पत्र में लिखा था, 'आफताब मुझे मार डालेगा और मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगा। ऐसा वो मुझे धमकी देता है।' दो साल पहले 2020 में अपनी शिकायत पत्र में, श्रद्धा ने पुलिस को बताया कि "आफताब ने मुझे मारने की कोशिश की' और यहां तक कि 'मुझे टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देने' की धमकी भी दी।
महाराष्ट्र सरकार ने दिया जांच का आश्वासन
इस बीच, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि इस बात की जांच शुरू की जाएगी कि शिकायत पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''मैंने पत्र देखा (2020 में पुलिस को श्रद्धा की शिकायत) और इसमें बहुत गंभीर आरोप हैं। हमें जांच करनी होगी कि कार्रवाई क्यों नहीं की गई। मैं किसी पर कुछ भी आरोप नहीं लगाना चाहता, लेकिन अगर इस तरह की कार्रवाई नहीं की जाती हैं तो ऐसी घटनाएं होती हैं।''