चीन में ठंड के बढ़ते ही कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को लगेगा बड़ा झटका!
चीन
चीन (China) में सर्दी आते ही कोरोना वायरस (Covid-19) ने कहर मचाना फिर से शुरू कर दिया है। जानकार बताते हैं कि, महमारी शुरू होने के बाद देश में दैनिक कोविड मामले उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है। चीन के कई हिस्सों में लॉकडाउन के साथ-साथ कई कड़े प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। कोरोना चीन के लिए यह बड़ी समस्या का विषय बनता जा रहा है। वह इसलिए कड़े प्रतिबंधों के तहत लॉकडाउन लगाने से देश की अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। हालांकि, चीन जीरो कोविड पॉलिसी की तहत काम करता है। इस वजह से वहां की जनता भी काफी परेशान है। यहां कड़े प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी कोरोना तेजी से पैर पसारता जा रहा है।
चीन में कोरोना का कहर
चीन 1.4 बिलियन की विशाल आबादी वाला देश है। कोरोना मामले में पश्चिमी देशों से इनकी तुलना की जाए तो यह संख्या के अपेक्षाकृत कम है। चीन में सख्त कोविड नीति लागू है। देश में अगर एक भी केस कहीं पाया जाता है तो मरीज को तुरंत क्वारंटाइन कर दिया जाता है। वहीं, इलाके में फिर से लोगों को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा जाता है।
कोरोना के मामले
राष्ट्रीय स्वास्थ्य ब्यूरो के मुताबिक चीन में 24 घंटे में कुल 31,454 मामले दर्ज किए गए हैं। चार दिन पहले यानी 20 नवंबर को 26,824 मामले में सामने आए थे। बीजिंग में छह महीने में कोविड-19 से अब तक तीन नई मौतें हो चुकी हैं। चीन में सख्त जीरो कोविड पॉलिसी लागू है। देश लॉकडाउन, मास टेस्टिंग और यात्रा प्रतिबंधों के बीच संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगातार काम कर रहा है फिर भी कोरोना पर लगाम लगाना मुश्किल होता जा रहा है।
चीन में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई
चीन में कोरोना का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि, स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। वहीं बीजिंग की यात्रा करने वालों को तीन दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना पड़ता है। बता दें कि, चीन ने 11 नवंबर को कोविड नियमों में ढील देने की घोषणा की थी। यह तीसरी बार है जब कोरोना के कारण चीन की अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर देखा जा रहा है। चीन की जीरो कोविड पॉलिसी ने लोगों के मन में आक्रोश भर दिया है।
आईफोन फैक्ट्री में प्रदर्शन
वहीं कोरोना लॉकडाउन के कारण बुधवार को, मध्य चीन में फॉक्सकॉन की सबसे बड़ी आईफोन फैक्ट्री में हिंसक विरोध प्रदर्शन किया। सोशल मीडिया पर बुधवार को कई वीडियो पोस्ट किए गए, जिसमें हजारों प्रदर्शनकारी सेफ्टी सूट पहने पुलिसकर्मियों का सामना करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान देखा गया कि एक व्यक्ति के सिर पर पुलिस ने डंडा मारा। वहीं एक अन्य को उसके हाथ बांधकर ले जाया गया। सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में कहा गया कि ये लोग संविदा नियमों के उल्लंघन का विरोध कर रहे थे।
कोरोना फिर से डरा रहा है
कोरोना के नवीनतम आंकड़े अप्रैल के मध्य में दर्ज किए गए 29,390 संक्रमणों से अधिक बताई जा रही है। उस समय मेगासिटी शंघाई में लॉकडाउन लगा हुआ था और लोगों को भोजन खरीदने और इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ा था। साल 2019 से शुरू हुए इस महा प्रकोप पर अब तक नियंत्रण नहीं हो पाया है। चीन में अभी भी कई शहर लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। चीन ने कई पार्क,शॉपिंग मॉल और संग्रहालयों को बंद कर दिया। कई चीनी शहरों ने COVID-19 के बढ़े मामलों को देखते हुए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग फिर से शुरू कर की है। वहीं, बढ़ते कोरोना के मामलों ने चीनी अर्थव्यवस्था के बारे में चिंताओं को गहरा कर दिया।