रेलकर्मियों को रेलवे ने सप्लाई कर दिए खुजली वाले साबुन, 4 साल पहले हो चुके एक्सपायर
जबलपुर
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के कर्मचारी इन दिनों हाथ धोते ही हो रही खुजली से परेशान है। यह मुसीबत तब से आई है, जब से ऑन ड्यूटी कर्मचारियों को हाथ धोने हाल ही में साबुन की बट्टियां दी गई। खुजली होने पर जब साबुन के रैपर पर नजर पड़ी, वह एक्सपायर निकले। आला अफसरों के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचे कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें जो साबुन दिए जा रहे है, वह चार साल पहले एक्सपायर हो चुके हैं। अब इस मामले को लेकर रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है।
तस्वीर में नजर रहे निरमा कंपनी के यही वह साबुन है, जिनके रैपर पर साबुन की एक्सपायरी डेट दिसम्बर 2018 लिखी है। उसके बाबजूद इन साबुन की बट्टियों को रेलवे में कार्यरत ऑन ड्यूटी कर्मचारियों को हाथ धोने बाँट दिए गए। जल्दबाजी में शुरू में तो कर्मचारियों ने इन साबुन की एक्सपायरी नहीं देखी। लेकिन हाथ धोना शुरू किया और एक के बाद एक कर्मचारियों को हाथ में खुजली बढ़ी तो लापरवाही का खुलासा हुआ। पश्चिम मध्य रेल जोन के जबलपुर रेल मंडल के अंतर्गत काम करने वाले ऐसे सैकड़ों कर्मचारी इस लापरवाही का शिकार हुए है। पीड़ित कर्मचारियों ने अब इस मामले की शिकायत रेल मंडल के अधिकारियों से की है।
बताया गया कि कर्मचारियों को जो साबुन दिए गए वह दिसम्बर 2018 यानि चार साल पहले एक्सपायर हो चुके हैं। रेलवे के स्टोर विभाग द्वारा इसी तरह की लापरवाही पहले भी की जा चुकी है। जबलपुर के सीएंडडब्ल्यू विभाग को ऐसी ही एक्सपायर साबुन सप्लाई की गई थी। उस वक्त भी तत्कालीन DRM से शिकायत की गई लेकिन स्टोर के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस बार सामने आई बड़ी लापरवाही को लेकर वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । मंडल अध्यक्ष रोमेश मिश्रा का कहना है इस मामले में जिम्मेदारी तय होना चाहिए, साथ ही कार्रवाई भी। कर्मचारियों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को यदि बचाने की कोशिश की गई तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा।