भिलाई में फैला डायरिया, दो की मौत, 48 पीड़ितों का चल रहा इलाज, कैम्प क्षेत्र के हालात हुए बेकाबू
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में डायरिया से मौत का मामला सामने आया है। भले ही डॉक्टरों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन अब तक अस्पतालों में लगी भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौत का कारण भी उल्टी दस्त ही है। भिलाई के कैंप इलाके में डायरिया से दो लोगों की मौत हो गई। इस डायरिया के प्रकोप से 50 से अधिक लोग चपेट आ गए हैं।
कैम्प क्षेत्र में फैला है डायरिया दो लोगों की मौत
दरअसल भिलाई के वृंदा नगर कैंप क्षेत्र एवं जेपी नगर क्षेत्रों में उल्टी-दस्त के मरीज मिले हैं, जिनका अस्पतालों में अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। कैम्प क्षेत्र में इस खबर के बाद से हड़कंप मच गया है। नगर निगम का अमला पहुंच गया है। जबकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस खबर को दो दिनों तक दबाए रखा। जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनमें 13 साल की एक बच्ची और 27 साल का एक युवक है। जिला स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम का अमला पहुंच गया है।
जिला प्रशासन में मचा हड़कम्प, मौके पर पहुंचे कलेक्टर
नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर नीरज पाल, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं निगम आयुक्त रोहित व्यास ने उल्टी-दस्त से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। मेयर नीरज पाल के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग के चेयरमैन लक्ष्मीपति राजू मौके पर पहुंच गए हैं। जो लोग डायरिया की चपेट में है, उनका उपचार सुपेला अस्पताल, जिला अस्पताल व निजी अस्पताल में चल रहा है।इस दौरान घर-घर सर्वे के निर्देश दिए गए तथा लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराने तथा मरीजों की स्थिति के मुताबिक उन्हें बेहत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराने कहा गया।
48 पीड़ितों का अस्पताल में चल रहा इलाज
कैंप 2 क्षेत्र में डायरिया के प्रकोप से सैकड़ो लोग पीड़ित है। जिसमें 48 लोगो का इलाज किया जा रहा है। मरने वालों में घासीदार नगर कैंप 2 निवासी कुश डहरिया (32 साल) और आदर्श नगर कैंप 2 निवासी एम माधवी (12 साल) के नाम शामिल हैं। सभी को गंभीर हालत के चलते अलग-अलग ह़ॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सीएमएचओ दुर्ग जेपी मेश्राम ने पुष्टि कर दी है कि दो लोगों की मौत डायरिया से ही हुई है।