योजनाओं के क्रियान्वयन में 30 जिले सर्वाधिक फिसड्डी साबित हुए
भोपाल
राज्य सरकार द्वारा आमजन से जुड़े तेरह विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन और शासन की प्राथमिकता वाले कामों पर एक्शन के बदले कराई जाने वाली जिलों की रैंकिंग में 30 जिले ऐसे हैं जो दो या अधिक विभागों के काम में सर्वाधिक फिसड्डी निकले हैं। सरकार द्वारा तैयार की गई रैंकिंग में इन्हें संबंधित कामों में बॉटम टेन डिस्ट्रिक्ट में शामिल किया गया है। इसके अलावा बाकी जिले टॉप टेन में शामिल होने के साथ अपनी रैंक मध्यम कैटेगरी में बनाए हुए हैं। टॉप पुअर रैंकिंग वाले जिलों में भोपाल, कटनी, निवाड़ी, सागर, नर्मदापुरम, अलीराजपुर, आगर मालवा, अनूपपुर, शिवपुरी, सतना, श्योपुर, धार, सिवनी, टीकमगढ़, राजगढ़, सिंगरौली, सीधी, नरसिंहपुर, दतिया, छिंदवाड़ा, दमोह, मंडला, पन्ना, अशोकनगर, देवास, उमरिया, रीवा, भिंड, छतरपुर शामिल हैं। जिन जिलों की डिस्ट्रिक्ट परफार्मेंस में पुअर रैंकिंग सामने आई है, उसमें आदिवासी विकास विभाग के कामों में फिसड्डी दस जिलों में नर्मदापुरम, ग्वालियर, मंदसौर, छतरपुर, मुरैना, शिवपुरी, नीमच, भोपाल, देवास और सीधी के नाम हैं। इसी तरह किसान कल्याण और कृषि विकास के काम में लापरवाही के चलते बॉटम टेन जिलों में टीकमगढ़, भोपाल, निवाड़ी, अशोकनगर, श्योपुर, सागर, सतना, कटनी, अनूपपुर और मंडला के नाम है। पशुपालन विभाग की योजनाओं में पुअर रिपोर्ट वाले दस जिलों में निवाड़ी, कटनी, रतलाम, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, आगर मालवा, अलीराजपुर, नर्मदापुरम और तकनीकी शिक्षा विभाग की स्कीम पर अमल के मामले में बॉटम टेन जिलों में निवाड़ी, अलीराजपुर, आगर, अनूपपुर, धार, शाजापुर, दतिया, गुना, शिवपुरी, राजगढ़ जिलों के नाम हैं।
स्वास्थ्य, मूलभूत सेवा, समस्या निपटाने में ये जिले फिसड्डी
स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान योजना में क्लेम पेमेंट क्लियर करने के मामले में बॉटम टेन जिलों में अनूपपुर, छिंदवाड़ा, शहडोल, डिंडोरी, सिवनी, उमरिया, मंडला, सिंगरौली, भिंड, विदिशा के नाम हैं तो नगरीय विकास और आवास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की ओवर आॅल रैंकिंग में बॉटम टेन जिलों में उमरिया, अनूपपुर, शिवपुरी, टीकमगढ़, भिंड, पन्ना, श्योपुर, निवाड़ी, शहडोल, शाजापुर शामिल हैं। सीएम हेल्पलाइन सरकार का महत्वाकांक्षी हेल्पलाइन प्रोजेक्ट है, इसके क्रियान्वयन रिपोर्ट में बॉटम टेन जिलों में सीधी, भिंड, श्योपुर, सिंगरौली, शिवपुरी, कटनी, मुरैना, रीवा, खरगोन, गुना जिले शामिल हैं।
महिलाओं, बच्चों के विकास और राजस्व देने में ये जिले पीछे
राजस्व विभाग द्वारा कराई जाने वाली आरसीएमएस, ई डिस्ट्रिक्ट लोक सेवा गारंटी, वेबजीआईएस, सीएम किसान कल्याण, ई गिरदावरी और रेवेन्यू कलेक्शन के कामों की रैंकिंग में नर्मदापुरम, भिंड, सीधी, रीवा, छतरपुर, श्योपुर, टीकमगढ़, सिंगरौली, डिंडोरी, मंडला बॉटम टेन जिलों में शामिल हैं। उधर महिला और बाल विकास विभाग की दर्जन भर योजनाओं की रैंकिंग में उज्जैन, देवास, रायसेन, नरसिंहपुर, इंदौर, बड़वानी, भोपाल, भिंड, सतना और सागर सर्वाधिक दस फिसड्डी जिलों में स्थान हासिल कर चुके हैं।
ये पानी देने, शिक्षा के काम में पिछड़े जिले
पीएचई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के कामों को लेकर कराई जाने वाली रैंकिंग में फिसड्डी दस जिलों में दतिया, सिंगरौली, नीमच, आगर मालवा, शहडोल, सीहोर, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, दमोह, मंडला तथा स्कूल शिक्षा विभाग की छात्रवृत्ति और अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के जरिये स्टूडेंट्स को सुविधाएं देने के मामले में बॉटम टेन वाले जिलों में श्योपुर, छतरपुर, रीवा, भिंड, पन्ना, मुरैना, गुना, अशोकनगर, आगर मालवा और देवास जिले शामिल हैं।
गांव की सड़क बनाने, रोजगार देने में ये फिसड्डी
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग की मनरेगा में बॉटम टेन में जो जिले अक्टूबर की रैंकिंग में शामिल हैं, उनमें पन्ना, सागर, सीधी, श्योपुर, सतना, सिंगरौली, मंडला, हरदा, रीवा और सिवनी तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना के फिसड्डी जिलों में छिंदवाड़ा, धार, बालाघाट, सिवनी, मुरैना, विदिशा, सतना, सागर, टीकमगढ़ और राजगढ़ जिले शामिल हैं।