शी जिनपिंग तानाशाह किम जोंग के साथ मिलकर करेंगे काम, दोस्ती का बढ़ाया हाथ
उत्तर कोरिया
कोरियाई प्रायद्वीप में भारी तनाव की स्थिति के बीच चीन (China) ने उत्तर कोरिया (North Korea) से क्षेत्रीय और वैश्विक शांति की बात कर रहा है। खबर के मुताबिक वैश्विक शांति बहाली को लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन को पत्र लिखा है। बता दें कि, पिछले दिनों उत्तर कोरिया ने परमाणु से लैस विशाल नई ह्वासोंग-17 (new Hwasong-17)अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ICBM (intercontinental ballistic missile-ICBM) को लॉन्च किया था। इससे जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका समेत कई देश चिंतित हो गए थे।
शी जिनपिंग ने किम जोंग उन को पत्र लिखा
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया केसीएनए ने शी जिनपिंग के किम जोंग उन को लिखे पत्र का हवाला देते हुए बताया कि, राष्ट्रपति ने किम जोंग उन से कहा है कि चीन क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए उत्तर कोरिया के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। हालांकि, केसीएनए ने उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल लॉन्च के बारे में उल्लेख नहीं किया है। बता दें कि, पिछले दिनों उत्तर कोरिया ने कई मिसाइल लॉन्च किए थे, जिसके कारण दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव काफी बढ़ गए हैं।
उत्तर कोरिया का खतरनाक मिसाइल Hwasong-17
बता दें कि, उत्तर कोरिया अब सीधे अमेरिका को चेतावनी दे रहा है। वह इसलिए क्योंकि उसने जिस परमाणु से लैस विशाल नई ह्वासोंग-17 (new Hwasong-17)अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ICBM (intercontinental ballistic missile-ICBM) को लॉन्च किया था वह बेहद ही खतरनाक बताया जा रहा है। इसके आकार को देखकर दुनिया इसे 'मॉन्स्टर मिसाइल' कह रही है।
उत्तर कोरिया ने अब तक 50 से ज्यादा मिसाइल दागे
बता दें कि, उत्तर कोरिया ने पिछले दो महीने में लगभग 50 से ज्यादा मिसाइल दागे हैं। इनमें से ज्यादातर कम दूरी के हैं। अब उसने जो हरकत की है, वह सीधे-सीधे ताकतवर देश अमेरिका को चुनौती देने के लिए काफी है, क्योंकि ये मिसाइल परमाणु हथियार के साथ अमेरिका तक पहुंच सकता है।
जापान चिंतित
जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमादा ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने जिस मिसाइल को दागा है वह एक अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) है। इस मिसाइल की रेंज 15,000 किमी है जो अमेरिका तक पहुंच सकती है। ये मिसाइल 200 किमी दूर होक्काइडो के उत्तरी प्रशांत में ओशिमा-ओशिमा द्वीप के पश्चिम में गिरा। मिसाइल उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के करीब से फायर किया गया।
उत्तर कोरिया का दावा
उत्तर कोरिया ने पहले दावा किया था कि उसने 24 मार्च को पहली बार ह्वासोंग-17 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कहा था कि ह्वासोंग-17 ने 67.5 मिनट में 1,090 किमी (681 मील) की सीमा और 6,248.5 किमी (3,905 मील) की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरी थी। उस प्रक्षेपण के बाद, हालांकि, दक्षिण कोरियाई और संयुक्त राज्य अमेरिका में विश्लेषकों और खुफिया अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला था कि उत्तर ने वास्तव में ह्वासोंग-15 लॉन्च किया था, जिसका पहली बार 2017 में परीक्षण किया गया था। उत्तर कोरिया ने पहली बार अक्टूबर 2020 में एक सैन्य परेड में पहली बार ICBM का दर्शन दुनिया को कराया था।विश्लेषकों ने बताया कि यह ह्वासोंग -15 की तुलना में काफी बड़ा था।