एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध का मुकाबला करने में चौथे स्थान पर आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश
आध्र प्रदेश के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य, चिकित्सा और परिवार कल्याण) एमटी कृष्णा बाबू ने कहा है कि राज्य सरकार ने प्रयोगशालाओं को मजबूत करने, चिकित्सा शिक्षा और एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) का मुकाबला करने के लिए जनता के बीच जागरूकता पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
एमटी कृष्णा बाबू ने ये बातें फेडरेशन ऑफ एशियन बायोटेक एसोसिएशन (FABA), इन्फेक्शन कंट्रोल एकेडमी ऑफ इंडिया (IFCAI), वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन (WAP) और आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय वैश्विक कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में भाग लेते हुए कहीं।
कृष्णा बाबू ने बताया कि केरल, मध्य प्रदेश और दिल्ली के बाद आंध्र प्रदेश, देश का चौथा राज्य है, जिसने एएमआर को रोकने के लिए कार्य योजना को लागू किया है। राज्य सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के तत्वावधान में पायलट परियोजना के रूप में कृष्णा जिले में इंडो-डच परियोजना शुरू कर दी है। । उन्होंने बताया कि राज्य एनसीडीसी के तहत 21 अस्पतालों में संक्रमण, रोकथाम और नियंत्रण पद्धति को लागू कर रहा है।