सेक्टर-4 बीएसपी सोसाइटी ने कमाया एक करोड़ से ज्यादा का लाभ
भिलाई
बीएसपी एम्पलाइज को-आपरेटिव एंड वेलफेयर सोसाइटी लिमिटेड सेक्टर-4 ने वित्तीय वर्ष अप्रैल 2021-मार्च 2022 में शानदार परिणाम देते हुए 1 करोड़ 13 लाख 65 हजार 236 रूपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। सेक्टर-4 के स्ट्रीट 4-5 के समक्ष स्थित बंगीय कृष्टि परिषद (बीकेपी) क्लब भवन में रविवार की सुबह 10 बजे से शुरू हुई सोसाइटी की सालाना आमसभा में अध्यक्ष ने स्वागत भाषण दिया। दिन भर चली आमसभा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई और अध्यक्ष व संचालक मंडल ने साल भर की गतिविधियों का ब्यौरा दिया। इस दौरान आमसभा में बैलेंस शीट (2021-22), बजट (2023-24) और वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अंकेक्षण की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।
शुरूआत में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए अध्यक्ष अशोक कुमार परगनिहा ने बताया कि वित्तीय पत्रकों एवं संस्था की प्रगति के आधार पर विगत वर्षों से संस्था को अ वर्ग प्रदान किया गया है, जो कि सोसाइटी के लिए गौरव की बात है। उन्होंने सभा के समक्ष बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में संस्था द्वारा कुल 17 करोड़, 32 लाख, 77 हजार 800 रुपये का ऋण वितरित किया गया। इस अवधि में कुल 56 करोड़, 30 लाख, 71 हजार 732 रूपए का लेनदेन हुआ और संस्था को इस अवधि में एक करोड़, 13 लाख, 65 हजार, 236 रुपये का लाभ हुआ। इस अवधि में 100 सदस्यों को 06 लाख 98 हजार 391 रुपये का दुर्घटना बीमा हित लाभ प्रदान किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 के दौरान बीएसपी से सेवानिवृत्त हुए कुल 392 सदस्यों को 2 करोड़ 88 लाख 11 हजार 775 रुपये का अंतिम भुगतान किया गया। वर्तमान में 31 मार्च 2021 के अनुसार 5446 सदस्यों वाली इस सोसाइटी की आमसभा में अध्यक्ष अशोक परगनिहा ने बताया कि पिछली आमसभा में सोसाइटी को बेहतर ढंग से संचालित करने सदस्यों व पदाधिकारियों के सुझावों पर अमल करते हुए कई फैसले नई कार्यकारिणी ने लिए हैं। जिन्हें अब लागू किया गया है। जिसमें सोसाइटी का कार्यालयीन समय दोपहर 1 बजे से शाम 6:30 बजे तक होने से तीनों शिफ्ट के बीएसपी कर्मियों को अपना नियमित कामकाज करवाने में आसानी हुई है। एक जनवरी 2022 से आकस्मिक ऋण की सीमा एक लाख से बढ़ा कर दो लाख और नियमित ऋण की सीमा 3 लाख से बढ़ा कर 5 लाख रुपए कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि कल्याण (वेलफेयर) मद की राशि 22 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार कर दी गई है। वहीं आपात स्थिति के लिए 50 हजार रुपए का विशेष नया प्रावधान किया गया है। परगनिहा ने उपस्थित सदस्यों को बताया कि ऋण वसूली सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिनमें 2 अग्रिम चेक तथा लंबे समय से ऋण की किश्त जमा नहीं करने वाले डिफाल्टर सदस्यों और उनके जमानतदारों को पत्र भेजना शुरू किया गया है, जिसके आशाजनक परिणाम निकले हैं।