गहलोत-पायलट आज आमने-सामने होंगे, केसी वेणुगोपाल जयपुर आएंगे
जयपुर
राजस्थानी में सियासी खींचतान के बीच एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणगोपाल आज सुबह 11.25 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इंडिगो की फ्लाइट से बेंगलुरू से जयपुर आएंगे। केसी वेणुगोपाल का आज ही शाम 8.50 की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम है। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बैठक लेंगे। सीएम गहलोत की ओर से सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने के बाद दोनों नेता पहली बार आमने-सामने होंगे।
हालांकि, कहा तो यह जा रहा है कि यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठक लेंगे, लेकिन माना जा रहा है कि केसी वेणुगोपाल सियासी खींचतान पर गहलोत औऱ पायलट से चर्चा कर सकते हैं। बता दें, सितंबर महीने में केसी वेणुगोपाल ने सियासी संकट का एक-दो दिन में समाधान करने की बात कही थी। लेकिन दो महीने हो गए है। हालात जस के तस बने हुए है। गहलोत और पायलट कैंप के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है।
गहलोत के बयान के बाद सियासी बवंडर
बता दें, बीते दिनों सीएम गहलोत द्वारा सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने के बाद सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। हालांकि, कांग्रेस राहुल गांधी ने कहा है कि गहलोत और पायलट पार्टी के लिए धरोहर है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में 4 दिसंबर को प्रवेश करेगी। इसको लेकर उच्च स्तरीय तैयारियों पूरी कर ली गई है। यात्रा रूट भी लगभग फाइनल हो गया है। सीएम गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए है।
केसी वेणुगोपाल क दौरा अहम माना जा रहा है
राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच भारत जोड़ो यात्रा अहम मानी जा रही है। लेकिन गहलोत और पायलट गुट के नेताओं की ओर से जाी सियासी बयानबाजी की वजह से प्रदेश का का राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है। पायलट कैंप के नेता सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। पायलट कैंप के माने जाने वाले मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का कहना है कि यात्रा से पहले नेतृत्व परिवर्तन होना चाहिए। कांग्रेस की सरकार रिपीट करनी है तो सचिन पायलट को सीएम बनाया जाना चाहिए। जबकि गहलोत कैंप के मंत्री परसादी लाल मीना का कहना है कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन किया तो पंजाब जैसे हालात हो जाएंगे।
उनका कहना है कि पायलट 35 दिन तक होटल में रहे। इसके लिए प्रदेशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक का गहलोत समर्थक विधायकों एवं मंत्रियों ने बहिष्कार कर दिया था। सचिन पायलट गहलोत कैंप के मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी पर ऐक्शन की मांग कर रहा है। लेकिन 2 महीने का समय समय निकल जाने के बावजूद भी कांग्रेस आलाकमान ने कोई ऐक्शन नहीं लिया है। हालांकि इन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जिसका जवाब भी दे दिया गया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान मल्लिकार्जुन खड़गे ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।