पर्यटन मंत्री सुठाकुर ने किया जल महोत्सव का शुभारंभ
- पर्यटकों के लिए 2 माह तक होंगी एडवेंचर और रोमांचक गतिविधियाँ
भोपाल
पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व एवं खण्डवा जिले की प्रभारी मंत्री सुउषा ठाकुर ने जल महोत्सव के 7वें संस्करण का शुभारंभ किया। मंत्री सुठाकुर ने कहा कि जल महोत्सव में जल, भूमि और आकाश में एडवेंचर एक्टिविटीज के साथ स्थानीय शिल्प, कला और व्यंजन के स्टॉल आदि गतिविधियाँ देश के साथ विदेशों में भी प्रसिद्ध हो गई है। जल महोत्सव में पहले की अपेक्षा जो उन्नयन हुआ है वह आकर्षण का केन्द्र है। कॉटेज पहले की अपेक्षा अधिक सुविधाजनक और सुंदर है। जल महोत्सव की धूम विदेशों में भी है। मंत्री सुठाकुर ने कहा कि जल महोत्सव में स्थानीय भोजन, घोड़ा गाड़ी, बैलगाड़ी आदि का आनंद भी पर्यटक उठा सकेंगे। इससे स्थानीय लोगो को रोजगार मिलेगा।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि जल महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिल रही है। यह प्रदेश से राष्ट्र और राष्ट्र से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हो गया है। जल महोत्सव में पहली बार पर्यटक फ्लाईंग बोट, फ्लोटिंग वेलनेस स्पा का रोमांच लेंगे। उन्होंने सभी विभागों और प्राइवेट संस्थानों को मीटिंग एवं सेमिनार के लिए एवं युवाओं को प्री-वेडिंग, सगाई और शादी के लिए आमंत्रित किया।
प्रमुख सचिव शुक्ला ने स्थानीय नागरिकों से आग्रह किया कि पर्यटकों को गाँवों का भ्रमण करायें। स्थानीय खान-पान, कला, कौशल और खेती-बाड़ी से परिचय करायें, जिससे ग्रामीणों को भी आमदनी होगी और पर्यटक स्थानीय कला और संस्कृति कला से अवगत होंगे।
सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने देश और प्रदेश के पर्यटकों को जल महोत्सव में आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि जल महोत्सव अपने आप में अद्भुत महोत्सव है। टेंट सिटी में रुकना और दिनभर एडवेंचर और रोमांचक गतिविधियाँ करना सभी के जीवन का न भूलने वाला पल बनता हैं।
प्रभारी मंत्री सुठाकुर ने कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलन कर मॉं नर्मदा के चित्र पर माल्यार्पण किया। सागर से आए कलाकारों ने श्रीकृष्ण लीला पर केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में मांधाता विधायक नारायण पटेल, खण्डवा विधायक देवेन्द्र वर्मा, पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कंचन बाई तनवे, कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नंदा भलावे कुशरे सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक मौजूद रहे।