पुणे में NDA की पासिंग आउट परेड: दुनिया में पारंपरिक युद्ध का खतरा अभी भी मौजूद: नौसेना प्रमुख
पुणे
नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) के 143वें कोर्स की पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade, POP) पुणे के खडकवासला में बुधवार सुबह से शुरू हो गई। इस दौरान नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार मौजूद रहे। एनडीए की पासिंग आउट परेड अकादमी में तीन साल के लंबे और कठिन प्रशिक्षण की पराकाष्ठा का प्रतीक है। प्रत्येक साल कैडेटों के दो पाठ्यक्रम भारत की प्रमुख सैन्य अकादमी से निकलते हैं।
पारंपरिक युद्ध का खतरा अभी भी मौजूद
एनडीए की पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि जैसे ही आप यहां से बाहर निकलते हैं। आप एक ऐसी दुनिया से रूबरू होंगे, जो अब युद्ध और शांति की सरल परिभाषाओं द्वारा परिभाषित नहीं है। एक ऐसी दुनिया जिसमें पारंपरिक युद्ध का खतरा अभी भी मौजूद है। विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं ने व्यापक महत्व को ग्रहण कर लिया है।
देश के इन तीन जगहों पर हैं सैन्य अकादमी
एनडीए से पास आउट होने के बाद कैडेट अपने संबंधित सशस्त्र बलों की अकादमियों में पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण के एक और साल के लिए निकल जाते हैं। केरल के कन्नूर जिले में स्थित एझिमाला में भारतीय नौसेना अकादमी है। भारतीय सेना के लिए देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी और सेना के लिए तेलंगाना में स्थित डुंडीगल में वायु सेना अकादमी है।
लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल के नाम पर रखा गया नाम मैदान का नाम
आज पुणे में ये परेड एनडीए के खेत्रपाल मैदान में हो रही है। मैदान का नाम द्वितीय लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल के नाम पर रखा गया है। इन्हें परमवीर चक्र के मरणोपरांत दिया गया। ये 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शकरगढ़ के युद्धक्षेत्र में बसंतर की लड़ाई में शहीद हुए थे।