November 22, 2024

बिहार के इस ज़िले में पाई गई अनोखी छिपकली, करोड़ों रुपये है कीमत

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 पटना 

 
Unique Lizard: बिहार में दुर्लभ प्रजाती के जीव मिलने का सिलसिला जारी है। बेगूसराय में पांच करोड़ का सांप मिलने के बाद अब पूर्णिया जिले में दुर्लभ किस्म की छिपकली पाई गई है। जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पूर्णिया पुलिस ने 'टोकाय गेयको' प्रजाती की छिपकली को ज़ब्त करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। जांच अधिकारी की मानें तो छिपकली की तस्करी कर उसे दिल्ली ले जाया जा रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दवा की दुकान पर छापेमारी की और दुर्लभ प्रजाती की छिपकली को अपने कब्ज़े में लिया।
  
'टोकाय गेयको' नस्ल की छिपकली ज़ब्त
पूर्णिया पुलिस ने छापेमारी के दौरान 'टोकाय गेयको' नस्ल की छिपकली के साथ-साथ 50 पैकेट कोडीन युक्त कफ सिरप भी ज़ब्त किया गया। जांच अधिकारी ने बताया कि करंडीघी (पश्चिम बंगाल) से छिपकली लाई गई थी। तस्करी मामले में गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जल्द ही इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा। जानकारों की मानें तो दुर्लभ प्रजाती की छिपकली 'टोकाय गेयको' का इस्तेमाल मर्दानगी बढ़ाने वाली दवाओं को बनाने में किया जाता है।
 

पंरपरागत दवाई बनाने में किया जाता है इस्तेमाल
'टोकाय गेयको' के मांस से नामर्दांगी, डायबिटीज़, एड्स और कैंसर जैसे मरीज़ों के लिए परंपरागत दवाएं बनाई जाती हैं। यह छिपकली टॉक-के की तरह ही आवाज निकालती है। इसलिए इसका नाम 'टोकाय गेयको' का रखा गया है। दुर्लभ प्राणी 'टोकाय गेयको' ज्यादातर दक्षिण-पूर्व एशिया, बिहार, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, पूर्वोत्तर भारत, फिलीपींस और नेपाल में पाई जाती है।

 अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होती है तस्करी
बेगूसराय ज़िले से 5 करोड़ रुपये के सांप का मिलना और ज्यादा चर्चा का विषय बन गया कि क्योंकि दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहे सांप बेगूसराय जज के सामने पेश किया गया। इसके बाद सांप को महफूज रखने की कार्रवाई की गई। वनपाल को सांप सौंप दिया गया जो उसे चिड़ियाघर के सुपुर्द करेंगे। इस सांप की करोड़ों में कीमत इसलिए है क्योंकि इससे कई किस्मों की चीज़े और दवाइयां बनाई जाती हैं। आपको आगे बताएंगे की तस्कर इस सांपों से क्या-क्या बनाते हैं। बेगसूराय में करोड़ों रुपये का दो मुंहा सांप किसने पकड़ा।

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