महाराष्ट्र में फिर छिड़ेगा विवाद? एकनाथ शिंदे के तख्तापलट अभियान की अब शिवाजी से तुलना
मुंबई
शिवाजी को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणी से अभी तक महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार उबरी भी नहीं थी कि पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने भी बुधवार को विवादास्पद बयान दिया है। भाजपा के मंगल प्रभात लोढ़ा ने मुगल शासक औरंगजेब द्वारा कैद किए जाने के दौरान शिवाजी के आगरा से भागने की तुलना एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों के गुवाहाटी जाने की सियासी घटना से की है।
बीजेपी नेता के इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मच गई। इससे पहले कोश्यारी ने कहा था कि शिवाजी अब पुराने हो चुके हैं, बाबासाहेब अंबेडकर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नए नायक हैं। कोश्यारी की टिप्पणी के कारण विपक्षी दलों ने उन्हें राज्यपाल के पद से हटाने की मांग की थी।
उसी तरह लोढ़ा की टिप्पणियों ने भी कई लोगों को नाराज कर दिया है। महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा, ''हम बिना सोचे-समझे बोलने वाले नेताओं को मुंह बंद रखने के लिए कहते आए हैं। उनके पास बोलने की समझ या संवेदनशीलता नहीं है। फिर भी वे मुंह से शब्द निकालते रहते हैं।"
शिवसेना (उद्धव समूह) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी लोढ़ा की टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि यह एक योजनाबद्ध अभियान का हिस्सा था। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि शिवाजी को बदनाम करना इस सरकार का एक सूत्रीय कार्यक्रम है। मुझे नहीं लगता कि ये टिप्पणियां पुरानी हैं। पहले राज्यपाल ने ऐसी ही बात कही और अब मंत्री भी यही कहते हैं। यह शिवाजी का अपमान है।"