डिंडोरी के बांध और नहरों के निर्माण में विसंगतियां, जाएंगे चार अफसर
भोपाल
डिंडोरी जिले के बिलगांव बांध और नहरों के काम में अनियमितता के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक्शन के बाद जल संसाधन विभाग ने इसकी जांच के लिए मुख्य अभियंता की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। उधर सीएम द्वारा कार्यपालन यंंत्री, सहायक यंत्री और उपयंत्री के निलंबन की घोषणा के बाद जल संसाधन विभाग ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं।
जल संसाधन विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि बिलगांव मध्यम सिंचाई परियोजना जिला डिंडोरी के बांध और नहरों के निर्माण, रखरखाव के कार्य में विसंगतियां पाई गई हैं। इसलिए राज्य शासन ने इसके लिए उच्चस्तरीय जांच दल गठित किया है। इस दल में मुख्य अभियंता अनिल सिंह अध्यक्ष होंगे और संचालक बांध अजय खोसला, सहायक संचालक बांध आदित्य तामक्रार व सहायक संचालक नहर कार्यालय मुख्य अभियंता बांधी सदस्य के रूप में जांच दल में शामिल रहेंगे। यह जांच दल बिलगांव बांध और नहरों का स्थल निरीक्षण कर अपडेट और तथ्यात्मक स्थिति, उठाए जाने वाले आवश्यक कदम और गलतियों के लिए जिम्मेदार अफसरों के बारे में तीन दिन में राज्य शासन को रिपोर्ट सौंपेगा।
इनके निलंबन आदेश जारी
उधर विभाग की ओर से बिलगांव बांध और नहरों के रखरखाव में लापरवाही के मामले में मुख्यमंत्री के निलंबन की घोषणा के बाद वंश गोपाल सिंह सांडया सहायक यंत्री और प्रभारी कार्यपालन यंत्री, महेंद्र कुमार रोहितास अनुविभागीय अधिकारी बिलगांव मध्यम परियोजना नहर कार्य उप संभाग शहपुरा और सुनील कुमार चौधरी उपयंत्री को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय जल संसाधन विभाग सिवनी तय किया गया है। गौरतलब है कि सीएम चौहान शनिवार को डिंडोरी और मंडला जिले के औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे और डिंडोरी में जल संसाधन विभाग के तीन इंजीनियरों, छात्रावास अधीक्षक और उप संचालक कृषि तथा मंडला में सिविल सर्जन को सस्पेंड कर दिया था।