पाकिस्तान के नये आर्मी चीफ की पहली गीदड़ भभकी, देश कंगाल, फिर भी भारत से भिड़ने की बात
इस्लामाबाद
पाकिस्तान के नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने शनिवार को भारत के खिलाफ जहर उगलने की शुरूआत कर दी है। एक तरह पाकिस्तान कंगाल होता जा रहा है, लेकिन पाकिस्तान के मन में भारत को लेकर भरा नफरत और बढ़ता ही दा रहा है। 29 नवंबर को इस्लामिक देश पाकिस्तान के आर्मी चीफ बनने वाले जनरल आसिम मुनीर ने बड़े बड़े बोल बोलते हुए कहा कि, 'अगर उनके देश पर हमला होता है, तो पाकिस्तानी सशस्त्र बल "न केवल हमारी मातृभूमि के एक-एक इंच की रक्षा करेंगे, बल्कि दुश्मन से मुकाबला करेंगे।"
भारत के खिलाफ बड़ी बड़ी बातें
पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने शनिवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के रखचिकरी सेक्टर में सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया था, जहां उन्होंने बतौर आर्मी चीफ सैनिकों के अपने पहले दौरे के दौरान बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि, "हमने हाल ही में गिलगित बाल्टिस्तान और जम्मू-कश्मीर पर भारतीय नेतृत्व के अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना बयानों पर ध्यान दिया है। मैं इसे स्पष्ट रूप से स्पष्ट कर दूं, पाकिस्तान की सशस्त्र सेना न केवल हमारी मातृभूमि के हर इंच की रक्षा के लिए, बल्कि लड़ाई को दुश्मन से छीनने के लिए तैयार है, अगर कभी भी हमपर युद्ध थोपा जाता है।" आपको बता दें कि, जनरल मुनीर को 24 नवंबर को जनरल कमर जावेद बाजवा की जगह नये आर्मी चीफ के लिए चुना गया था, जो तख्तापलट की आशंका वाले देश में सेना प्रमुख के रूप में लगातार तीन साल की दो सेवाओं के बाद सेवानिवृत्त हुए थे।
एलओसी पहुंचे थे आसिम मुनीर
सीमावर्ती क्षेत्रों की अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर को एलओसी पर बने नये हालात और ऑपरेशंस की जानकारी दी गई। जनरल मुनीर ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए सैनिकों के उच्च मनोबल, पेशेवर क्षमता और युद्ध की तत्परता की सराहना करते हुए अधिकारियों और सैनिकों से बातचीत की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के बारे में भारतीय अधिकारियों के कुछ हालिया बयानों के बारे में भी बात की। इस मौके पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने कहा कि, 'दुस्साहस में बदलने वाली किसी भी गलतफहमी का हमारी फोर्स पूरी ताकत के साथ मुकाबला करेगी।'
सरहद पर सीजफायर
आपको बता दें कि, भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। भारत द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और 5 अगस्त 2019 को राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध और खराब हो गए हैं। हालांकि, इसके बाद भी पिछले साल भारत और पाकिस्तान की सेना सीजफायर के लिए तैयार हो गई थी और पिछले करीब सवा साल से सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कोई सीजफायर का उल्लंघन नहीं हुआ है और सरहद पर शांति बनी हुई है। इस बीच कई बार ऐसे दावे किए जाते रहे हैं, कि पर्दे के पीछे दोनों देशों के उच्चाधिकारियों के बीच सीक्रेट बातचीत होती रहती है, हालांकि कभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है।