स्पेशल डीजी पिछले पांच महीनों से पोस्टिंग के इंतजार में, तबादले के बाद ‘खाली’ बैठे मुकेश जैन
भोपाल
प्रदेश के एक स्पेशल डीजी पिछले पांच महीनों से पोस्टिंग के इंतजार में हैं। इतना ही नहीं करीब साढ़े चार महीने पहले उन्हें पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया था, लेकिन अब तक उनके लिए यहां पर चैम्बर भी नहीं दिया गया है। जबकि पुलिस मुख्यालय आने से पहले तक स्पेशल डीजी प्रदेश में ऐसे पद पर पदस्थ थे, जिस पद पर पदस्थापना पाने के लिए आईपीएस अफसरों में होड़ मची रहती है।
वर्ष 1989 बैच के आईपीएस अफसर एवं स्पेशल डीजी मुकेश जैन को परिवहन आयोग के पद से जुलाई में हटाया गया था। उनका वहां से तबादला कर पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया था। उनकी पोस्टिंग 17 जुलाई को पुलिस मुख्यालय में बतौर स्पेशल डीजी हुई थी। पोस्टिंग हुए करीब साढ़े चार महीने बीत गए, लेकिन अब तक उन्हें किसी भी शाखा का हेड नहीं बनाया गया है। उन्हें कोई काम भी नहीं दिया गया है। बताया जाता है कि अब तक पुलिस मुख्यालय में उनका चैम्बर भी नहीं है। मुकेश जैन इस वक्त प्रदेश के 9वें नंबर के अफसर हैं। प्रदेश में डीजी के दस पद हैं। जिनमें से एक पद उनके पास है।
खाली पड़ी कई जगह
पुलिस मुख्यालय में स्पेशल डीजी रैंक के लिए कई जगह खाली पड़ी हुई है। इनमें एसएएफ में स्पेशल डीजी मिलिंद कानस्कर के रिटायर होने के बाद से यह पद खाली पड़ा हुआ है।
इसलिए नहीं की जा रही पोस्टिंग
सूत्रों की मानी जाए तो परिवहन आयुक्त रहते मुकेश जैन और उनके स्टाफ को लेकर कई तरह के आरोप लगे थे। यह आरोप भोपाल से लेकर दिल्ली तक पहुंच गए थे। इसके चलते सरकार की किरकिरी भी हुई थी। इसके बाद अचानक से मुकेश जैन को परिवहन आयुक्त के पद से हटाया गया था और उनकी जगह पर संजय झा को यहां की कमान दी थी।