यूपी समेत कई प्रदेशों के हजारों लोगों को ऐसी लगी अरबों की चपत, रहें सचेत
प्रयागराज
शाइन सिटी कंपनी ने न केवल प्रयागराज, बल्कि यूपी समेत कई प्रदेशों के हजारों लोगों को लुभावनेदार ऑफर देकर अरबों की चपत लगाई है। हाल यह है कि वर्ष 2017 से कंपनी के डायरेक्टर राशिद के खिलाफ अब तक रिपोर्ट हो रही है। पांच लाख का इनामी राशिद विदेश में छिपा है।
हैरानी की बात यह है कि शाइन सिटी जैसी कई अन्य कंपनियां जमीन और गोल्ड में निवेश के नाम पर ठगी कर रही हैं। कई कंपनियों के खिलाफ सिविल लाइंस, कर्नलगंज, धूमनगंज और कीडगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। विवेचनाएं लंबित हैं। नैनी के रहने वाले पवन यादव ने अक्तूबर 2022 में सिविल लाइंस थाने में ऐसी ही एक कंपनी पर प्लॉट के नाम पर एक करोड़ 60 लाख रुपये हड़पने की एफआईआर दर्ज कराई। इसी तरह चकिया की नेहा फिरदौस ने स्ट्रीट पार्क इंफरा के नाम पर लाखों की ठगी की खुल्दाबाद थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
लाखों गंवाने के बाद एफआईआर के लिए परेशान
लखनऊ की इसी तरह की एक कंपनी में प्रयागराज के कई सरकारी कर्मचारियों ने डेढ़ करोड़ रुपये निवेश किया। कंपनी ने पहले साल 13 प्रतिशत कमीशन देकर उन्हें लालच दिया। फिर करोड़ों रुपये लेकर कंपनी भाग गई। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री से मदद मांगी है।
इसी तरह बख्शी खुर्द दारागंज के रोहित रंजन दुबे एक कंपनी के खिलाफ फर्जीवाड़ा करके ठगी करने की एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं। हिन्दुस्तान को बताया कि उसने तीन लाख चेक और तीन लाख नकद कंपनी में जमा किया था। लेकिन उन्हें प्लॉट नहीं दिया गया। इसी तरह गीता देवी ने पांच लाख रुपये जमा किया। कंपनी की रसीद भी उनके पास है। वहीं अनुराधा चौबे, रोमेश रंजन, अंकित मिश्र, नीलू और माया देवी ने प्लॉट के लिए लाखों गवाएं हैं।