प्रदेश म 129 अफसरों के खिलाफ आपराधिक मामले ,प्रकरण संबंधी जानकारी तलब
भोपाल
पुलिस मुख्यालय ने 129 अफसरों की विभागीय जांच, आपराधिक प्रकरण और सजा की जानकारी तलब की है। इस संबंध में हाल ही में पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ ही सभी इकाइयों को पत्र लिखा गया है। यह जानकारी सोमवार तक सभी को देने के निर्देश दिए गए हैं। आज अधिकांश जिलों से जानकारी आने की संभावना है।
पुलिस मुख्यालय ने पुलिस निरीक्षक और उनके समकक्ष संवर्ग के अफसरों की रिपोर्ट तलब की है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने 129 अफसरों की सूची भी तैयार की है। यह सूची सभी इकाइयों के पुलिस अधीक्षकों को भेजी गई है। इसमें जिला पुलिस के 99 निरीक्षकों के नाम हैं। जबकि कंपनी कमांडर संवर्ग के 12, रेडियो निरीक्षक संवर्ग के दो, निरीक्षक एमटी संवर्ग से एक, निरीक्षक फिंगर प्रिंट संवर्ग के तीन, दो रक्षित निरीक्षक संवर्ग के साथ ही विशेष शाखा के एक निरीक्षक इस तरह से 129 निरीक्षक रेंक के अफसरों की जानकारी मांगी गई है।
इन सभी अफसरों की विभागीय जांच, आपराधिक प्रकरण और सजा की दिसंबर 2022 की स्थिति में जानकारी उपलब्ध कराना है।
दो बार बुलाई जा चुकी है जानकारी, संडे को भी काम में जुटे एसपी
इतने कम समय में यह जानकारी सभी पुलिस अधीक्षकों सहित अन्य इकाइयों के पुलिस अधीक्षकों को तैयार करने में खासी मशक्कत करना पड़ रही है। इस जानकारी को तैयार करने के लिए कई पुलिस अधीक्षक रविवार को भी जुटे रहे। वहीं इससे पहले इस संबंध में दो बार जानकारी बुलाई जा चुकी है। पूर्व में अप्रैल में और उसके बाद जुलाई में भी इस तरह की जानकारी सभी जिलों के साथ ही इकाइयों से तलब की गई थी।
जिनका रिकॉर्ड होगा बेहतर उन्हें मिलेगा वन टाइम प्रमोशन
इस पूरी जानकारी को निरीक्षक से कार्यवाहक डीएसपी के पद पर वन टाइम प्रमोशन दिए जाने से जोड़कर देखा जा रहा है। गृह विभाग ने विभिन्न संवर्ग के लगभग 130 निरीक्षकों को कार्यवाहक डीएसपी बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस मंजूदी के साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि जिन्हें यह वन टाइम पदोन्नति दी जा रही उनका एक दिसंबर तक का रिकॉर्ड साफ हो और उनके खिलाफ न तो कोई आपराधिक प्रकरण हो, नहीं ही उन्हें इस दौरान सजा मिली हो और न ही उनकी कोई विभागीय जांच चल रही है। यदि इनका यह पूरा रिकॉर्ड अच्छा है तो उन्हें कार्यवाहक डीएसपी बनाया जा सकता है। यदि इनमें से किसी का रिकॉर्ड ठीक नहीं पाया गया तो उसे कार्यवाहक डीएसपी बनाए जाने की सूची से बाहर किया जा सकता है।