November 25, 2024

गुजरात में AAP की हार, फिर भी केजरीवाल के लिए 2 खुशखबरी

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 गांधीनगर 
गुजरात की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। दो चरणों में सभी 182 सीटों पर मतदान हो चुका है। 8 दिसंबर को काउंटिंग के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि अगले 5 साल तक किसकी सरकार होगी और किसे विपक्ष में बैठना होगा। फिलहाल सोमवार शाम आए लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने लगातार सातवीं बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने की भविष्यवाणी की है। 2017 में कड़ी टक्कर देने वाली कांग्रेस एक बार फिर पिछड़ सकती है तो पहली बार सभी सीटों पर लड़ी आम आदमी पार्टी (आप) भी दावे के मुताबिक प्रदर्शन करती नहीं दिख रही है। 

एग्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी को कम से कम 2 और अधिकतम 21 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। आज तक एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक 'आप' को 9-21 सीटें मिल सकती हैं। एबीपी सी वोटर ने 3-11 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है तो रिपब्लिक-पी मार्क ने 2-10 सीटें मिलने की बात कही है। न्यूज 24 चाणक्या ने 11 और टाइम्स नाउ ईटीजी ने भी 11 सीटें मिलने की ही बात कही है। टीवी9 भारतवर्ष का अनुमान है कि 'आप' को 3 से 5 सीटें हासिल हो सकती हैं।

हारकर भी 'जीत' सकते हैं केजरीवाल
केजरीवाल की पार्टी को भले ही एग्जिट पोल्स में अधिक सीटें मिलती नहीं दिख रही हैं, लेकिन 5 साल पहले जिस पार्टी की सभी सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी, उसके लिए इस बार कई मायनों में सफलता मिलती दिख रही है। पिछले छह महीने से ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो करके केजरीवाल ने भाजपा के सबसे बड़े गढ़ में जोरदार एंट्री की है। पार्टी ने दूसरे प्रयास में तीसरी ताकत के रूप में अपनी पहचान जरूर कायम कर ली है। आम आदमी पार्टी को अधिकतम 20 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान लगाया गया है। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया और न्यूज 24 टुडेज चाणक्या  ने आप को 20 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान जाहिर किया है। वहीं, इंडिया टीवी मेटराइज के सर्वे में आम आदमी पार्टी को 8 फीसदी वोट शेयर मिलने की भविष्यवाणी की गई है।

राष्ट्रीय पार्टी का मिल सकता है दर्जा
गुजरात में भले ही केजरीवाल की भविष्यवाणी (92+ सीटें जीतने की) सच साबित होती नहीं दिख रही है, लेकिन अधिकतर एग्जिट पोल्स में उनके लिए वोटशेयर खुशखबरी लाती दिख रही है। यदि गुजरात में आप को 6 फीसदी से अधिक वोट शेयर मिलते हैं तो पार्टी के लिए राष्ट्रीय दल बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। महज एक दशक पहले अस्तित्व में आई पार्टी को तीन राज्यों में प्रादेशिक पार्टी का दर्जा मिल चुका है और चौथे में यह दर्जा मिलते ही उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता भी मिल जाएगी। केजरीवाल की पार्टी को दिल्ली, पंजाब और गोवा में प्रादेशिक पार्टी का दर्जा मिल चुका है।
 

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