पंचायतों को सशक्त और सुदृढ़ एवं सरपंचों को अधिक ताकतवर बनाने CM की सौगातें
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरपंचों के राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण-सह-सम्मेलन में ग्राम पंचायतों को सशक्त और सुदृढ़ एवं सरपंचों को और अधिक ताकतवर बनाने के लिए कई घोषणाएं की हैं। सरपंचों का मानदेय पहले से करीब ढाई गुना तक बढ़ाने की योजना को मूल रूप दिया है। पहले से उनके वित्तीय अधिकार भी बढ़ाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने राजधानी के जम्बूरी मैदान में सरपंचों से संवाद करते हुए कहा है कि सरकार पंचायतों को सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। सरपंचों का मानदेय पहले भी बीजेपी की ही सरकार ने बढ़ाया था और अब इसे फिर बढ़ाने का फैसला लिया है। यह मानदेय अब चार हजार रुपए के करीब होगा। वहीं अब तक सरपंचों को 15 लाख तक के काम कराने के अधिकार थे, इसमें डेढ़ गुना वृद्धि कर पंचायतों के विकास के लिए और अधिक अधिकार दिए जा रहे हैं।
प्रदेश भर से आए सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पंचायत राज में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सरपंचों की है। इसलिए सरपंचों को अपने दायित्व निभाने होंगे। सरपंचों के सहयोग के लिए पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों के पदों पर काम होता है। पंचायतों में सचिवों के रिक्त पदों को भी जल्द भरने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायतों को अधिकार सम्पन्न बनाने के लिए सरकार बजट में कोई कमी नहीं रखेगी।
इस मौके पर पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी पंचायतों में कोरोना काल में हुए काम और नवाचारों के माध्यम से लोगों को रोजगार और विकास के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की प्रशंसा की और इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए काम करते रहने को कहा। इस कार्यक्रम में अध्यक्षता पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने की। इस उन्मुखीकरण प्रशिक्षण-सह-सम्मेलन में प्रदेश की 23012 पंचायतों के सरपंच, 52 जिला पंचायतों और 313 जनपद पंचायतों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
वैश्विक विकास की 9 थीम से डेवलप होंगी पंचायतें
सरपंचों के राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण-सह-सम्मेलन में सीएम चौहान ने स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों को लेकर कहा कि वैश्विक विकास की 9 थीम गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत पंचायत, स्वस्थ पंचायत, बाल हितैषी पंचायत, जल संतृप्त पंचायत, स्वस्थ और हरित पंचायत, आधारभूत संरचना वाली पंचायत, सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत, सुशासन वाली पंचायत और महिला हितैषी पंचायत के आधार पर पंचायतें विकसित होंगी तो प्रदेश और देश वैश्विक स्तर पर और मजबूत होगा।