कानून व्यवस्था तथा जिले का विकास हमारी प्राथमिकता – कलेक्टर
सुशासन की व्यवस्था कायम रखने एक टीम की तरह काम करें – पुलिस अधीक्षक
अनूपपुर
जिले में बेहतर कानून व्यवस्था तथा अपराध के रोकथाम तथा शांति व्यवस्था कायम रखने राजस्व एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से अच्छा काम करें। उक्ताशय के विचार कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों की संयुक्त बैठक में कही। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह पवार, अपर कलेक्टर श्री सरोधन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक राजन सहित सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, कार्यपालिक दण्डाधिकारी तथा थाना प्रभारियों सहित अनुसूचित जनजाति कल्याण और जिला अभियोजन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने एससी/एसटी एक्ट के लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए आवश्यक जाती प्रमाण पत्रो का समय सीमा में निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यपालिक दंडाधिकारी, दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानित धाराओं का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करें। महिला अपराध, नशामुक्ति, भू माफियाओं, से जुड़े जनहित के मुद्दों पर त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक त्योहारो, आयोजनों, शासकीय कार्यक्रमो, निर्वाचन अवधि में पुलिस और राजस्व अधिकारियो ने बहुत अच्छा काम किया है और इसी प्रकार अपने अच्छे कार्य से जनता के बीच बेहतर छवि का निर्माण करें।
कलेक्टर सुश्री मीना ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में लागू पेसा एक्ट के जनजागरूकता तथा पुलिस की भूमिका के संबंध में प्रशिक्षण आयोजित करने तथा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा के प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राजस्व और पुलिस अधिकारी मैदानी क्षेत्र का संयुक्त भ्रमण कर आम जन में बेहतर कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था का संदेश प्रसारित करें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह पवार ने कहा कि जिले में सुशासन की व्यवस्था को कायम रखने में आपसी समन्वय जरूरी है। इससे बेहतर कार्य होते हैं। उन्होंने आपसी समन्वय तथा संयुक्त भ्रमण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कर्तव्यों के पालन के साथ ही व्हीआईपी ड्यिूटी, तीज-त्यौहार में शांति व्यवस्था, अपराध पर नियंत्रण पुलिस और राजस्व अधिकारियों का विशेष दायित्व है। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों के साथ पुलिस के अधिकारी कंधा से कंधा मिलाकर समन्वय और संगठित कार्य कर जनहित के बेहतर कार्यों को अंजाम दें। उन्होंने कहा कि कर्तव्यों की अधिकतम सीमा तक अधिकारी को जाना चाहिए। उन्होंने शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा शिकायतकर्ता को वस्तुस्थिति से अवगत कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने महिला अपराधों में संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए तथा कानूनी पहलुओं के संबंध में अधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान किया।