आयुष्मान योजना में 200 करोड़ का घोटाला,दोषियों पर मामूली अर्थदंड की कार्रवाई
भोपाल
आयुष्मान योजना में लगातार गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। योजना से संबद्ध प्रदेश के 620 निजी अस्पतालों में से 131 ने 200 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। इनमें भोपाल सहित प्रदेश के ख्याति प्राप्त निजी अस्पताल भी शामिल हैं। इन पर कार्रवाई का दावा भी किया गया, बावजूद हालात यह है कि महज तीन अस्पतालों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करवाई गई और अन्य अस्पतालों पर मामूली जुर्माना लगाकर मामले को निपटा दिया गया। हांलाकि इस मामले में अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। मालूम हो कि तीन अस्पताल पर एफआईआर कर रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया। 15 अन्य अस्पतालों पर भी मामूली अर्थदंड की कार्रवाई हुई और अन्य अस्पतालों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
कब कितनी राशि का भुगतान किया
2019-20 141 करोड़ 72 लाख 55 हजार 807 रुपये
2020-21 265 करोड़ 14 लाख 56 हजार 297 रुपये
2021-22 642 करोड़ 11 लाख सात हजार 377 रुपये
ऐसे की गड़बड़ी
कई अस्पतालों ने बिना गंभीर बीमारी के मरीज को भर्ती किया। इसमें भी सामान्य वार्ड की जगह बिना आवश्यकता के आइसीयू में रखा। इसके बाद भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ संबद्धता खत्म की गई। कुछ अस्पतालों ने जिस उपचार पैकेज के लिए अस्पताल की संबद्धता नहीं थी, उसके बाद भी मरीज को भर्ती कर इलाज किया।
इस पर स्टेट हेल्थ एजेंसी ने मामूली अर्थदंड लगाकर और कारण बताओ नोटिस देकर छोड़ दिया। उदाहरण के तौर पर जबलपुर के बाम्बे अस्पताल में एक मरीज को आईसीयू में भर्ती दिखाया, जबकि उसे जनरल वार्ड में रखा गया था। भोपाल के वीसीएच अस्पताल ने साधारण मरीज को भर्ती कर आइसीयू में लंबे समय तक भर्ती किया।
ऐसे हुआ करोड़ों का भुगतान
आष्युमान योजना के अंतर्गत कुल 620 निजी अस्पतालों को तीन साल (वर्ष 2019 से जुलाई 2022 तक) में 1048 करोड़ 98 लाख 19 हजार 481 रुपये का भुगतान किया गया। वर्ष वार किए गए भुगतान में अधिकांश निजी अस्पतालों में वित्तीय फर्जीवाड़ा और ज्यादा बिलिंग की शिकायतें मिली हैं।