September 27, 2024

‘ड्राइविंग सीट पर फडणवीस, CM शिंदे साथी’, एक तस्वीर से समझें महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना के बीच कैसे चल रहा  

0

 
महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों एक तस्वीर की बड़ी चर्चा हो रही है। इस तस्वीर को राज्य की बीजेपी और शिवसेना की साझा सरकार में दोनों दलों द्वारा विकास कार्यों के लिए क्रेडिट लेने की होड़ के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके डिप्टी देवेंद्र फडणवीस इस रविवार (04 दिसंबर) को नवनिर्मित मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे के एक छोटे से खंड पर एकसाथ एक टेस्ट ड्राइव करने सीएम की गाड़ी में सवार होकर पहुंचे थे लेकिन इसमें एक असामान्य सी बात यह दिखी कि सीएम की गाड़ी की स्टीयरिंग सीट पर खुद फडणवीस बैठे थे, जबकि सीएम सहयात्री की सीट पर बैठे थे। इस दौरान दोनों नेता मुस्कुरा रहे थे। हालांकि, इस परिदृश्य से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कोई फर्क नहीं पड़ा। 

मुंबई-नागपुर राजमार्ग, जिसे 'समृद्धि महामार्ग' (समृद्धि राजमार्ग) के रूप में भी जाना जाता है, फडणवीस का पसंदीदा प्रोजेक्ट रहा है। उन्होंने पहली बार 2015 में इसकी घोषणा की थी, जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। तब शिंदे तत्कालीन भाजपा-शिवसेना सरकार में महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) के प्रभारी थे- जो परियोजना को लागू करने वाली एजेंसी है।

701 किलोमीटर लंबे समृद्धि महामार्ग, जो इसे राज्य का सबसे लंबा राजमार्ग है, के पहले चरण यानी नागपुर से शिरडी तक 520 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उद्घाटन करने वाले हैं। इस परियोजना पर 55,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के बाद महाराष्ट्र में दूसरा प्रमुख एक्सप्रेसवे है।

एमएसआरडीसी के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर. मोपलवार ने दिप्रिंट को बताया, "यह निस्संदेह देश की सबसे बड़ी परियोजना है। जब यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, पूरा हो जाएगा, तब देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होने वाला है। यह संतुष्टि की एक बड़ी भावना है।" मोपलावर ने कहा कि शेष खंड 15 जुलाई 2023 को खोला जाएगा, उन्होंने कहा कि वहां लगभग 70-80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि यह 'गेम-चेंजर' होगा। उन्होंने कहा, “18 घंटे का यात्रा समय घटकर अब छह से सात घंटे हो जाएगा। मुंबई और नागपुर करीब आएंगे और इससे व्यापार बढ़ेगा। किसानों को भी मदद मिलेगी।”

आधिकारिक तौर पर इस एक्सप्रेसवे का नाम हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग है, जो 701 किलोमीटर लंबा है और राज्य के 14 जिलों, छह तालुकों और 392 गांवों से होकर गुजरता है। इसमें 24 इंटरचेंज, 38 पुल होंगे जो 30 मीटर से अधिक लंबे हैं, और 283 अन्य जो 30 मीटर से छोटे हैं। दोनों पार्टियां इसके निर्माण का क्रेडिट ले रही हैं।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *