रमीज राजा ने फिर किया BCCI पर वार, कहा- हम भारत के बिना भी सर्वाइव कर गए हैं
नई दिल्ली
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी के अध्यक्ष रमीज राजा ने एक बार फिर से बीसीसीआई पर नए सिरे से प्रहार किया है और दोहराया है कि अगर पाकिस्तान को 2023 में एशिया कप की मेजबानी के अवसर से वंचित किया जाता है, तो पाकिस्तान अगले साल भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप का बहिष्कार कर सकता है। हालांकि, रमीज ने कहा कि वह चाहते हैं कि दोनों देश फिर से एक दूसरे की मेजबानी करें।
दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच तनाव अक्टूबर में शुरू हुआ, जब बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खुलासा किया कि टीम इंडिया एशिया कप 2023 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी। यहां तक कि उन्होंने इस इवेंट के लिए एक तटस्थ मेजबान के लिए दलील दी थी। इसके जवाब में पीसीबी ने अगले साल एशिया कप के बाद होने वाले एकदिवसीय विश्व कप से हटने की धमकी दी थी।
रमीज राजा ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पर शनिवार को कहा, "हम वास्तव में वहां नहीं जाना चाहते हैं, लेकिन यह सिर्फ इतना है कि प्रशंसक चाहते हैं कि हम रिएक्ट करें। भारत-पाकिस्तान को लेकर भारत का जो नैरेटिव रहा है, उससे प्रशंसक बिल्कुल नाखुश हैं।" इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइकल एथरटन के साथ आगे की बातचीत में, रमीज राजा ने बीसीसीआई के रुख को अनुचित बताया और कहा कि पीसीबी एशिया कप के लिए स्थल में बदलाव का विरोध करेगा। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सरकार की एक नीति है और मुझे नहीं पता कि वे आएंगे या नहीं। एशिया कप प्रशंसकों के लिए बहुत मायने रखता है, यह एक बहु-देशीय टूर्नामेंट है। हम विरोध करेंगे। मैं भारत-पाकिस्तान मुकाबलों के पक्ष में हूं, मैंने यह ऑन रिकॉर्ड कहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं प्रशंसकों से प्यार करता हूं, और वे हमें भी पसंद करते हैं। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ब्रांड बन गया है, खिलाड़ियों को भारत में प्रशंसक मिल गए हैं और मुझे पता है कि भारत में भारत के बाद दूसरी सबसे ज्यादा देखी जाने वाली टीम पाकिस्तान है, इसलिए वे हमारे क्रिकेट के विकास में रुचि लेते हैं। हम जाना और खेलना चाहते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि यह समान शर्तों पर होना चाहिए।" पीसीबी चीफ ने ये भी दावा किया, "हम भारत के बिना अब काफी वर्षों से सर्वाइव कर गए हैं। पाकिस्तान ने अर्थव्यवस्था के पैमाने को आंतरिक रूप से देखा है और बहुत अच्छी तरह से हम अपने आप को बचा ले गए हैं।"