रामपुर उपचुनाव में आजम खां के बूथ पर भी हारी सपा, मिले सिर्फ 87 वोट, खत्म हुआ सालों का दबदबा
रामपुर
विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी अपने राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के बूथ पर भी हार गई। आजम खां रामपुर शहर से 10 बार विधायक चुने गए हैं। भड़काऊ भाषण मामले में तीन साल की सजा होने के बाद उनकी विधायकी भी चली गई। उनसे वोट डालने का अधिकार भी छीन लिया गया, लेकिन उनकी पत्नी पूर्व सांसद डा.तजीन फात्मा और बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम ने वोट डाला। इनका मतदान केंद्र रजा डिग्री कालेज में है और बूथ संख्या पांच है। इस बूथ पर कुल 189 वोट पड़े, जिसमें 96 वोट भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना को मिले, जबकि सपा प्रत्याशी आसिम राजा को 87 वोट ही मिल सके।
आजम खां के बूथ पर जीती थी भाजपा, आकाश को मिले थे 96 वोट
निर्दलीय प्रत्याशी जुनैद खां को दो, इम्तियाजुर्रहमान खां व मुईन खां को एक-एक वोट मिला, जबकि दो वोट नोटा के खाते में चले गए।
रजा डिग्री कालेज में ही बूथ संख्या एक पर भाजपा जीती। उसे 280 वोट मिले और सपा प्रत्याशी को 11 वोट ही मिल सके। बूथ संख्या दो पर भाजपा को 303 वोट और सपा को 15 वोट मिले।
इसी तरह बूथ संख्या तीन पर भाजपा को 120 और सपा को 30 वोट मिले। बूथ संख्या चार पर भाजपा हार गई। उसे 19 वोट ही मिल सके, जबकि सपा को 144 वोट मिले।
बूथ छह पर भाजपा को 16 और सपा को 53, बूथ सात पर भाजपा को 28 और सपा को 148, बूथ आठ पर भाजपा को 36 और सपा को 93, बूथ नौ पर भाजपा को 13 और सपा को 131, बूथ 10 पर भाजपा को 38 और सपा को 51 वोट प्राप्त हुए।
बूथ 11 पर भाजपा को 21 और सपा को 61, बूथ 12 पर भाजपा को 47 और सपा को 132, बूथ 13 पर भाजपा को 74 और सपा को 82, बूथ 14 पर भाजपा को 57 और सपा को 239 वोट मिले।
रामपुर में चुनाव नहीं हुआ, बल्कि धांधली हुई है- विधायक अब्दुल्ला
इन सभी 14 बूथों पर पड़े मतों की गिनती पहले चक्र में हुई, जिसमें भाजपा प्रत्याशी को 1148 और सपा को 1277 वोट मिले। चमरौआ के विधायक नसीर अहमद खां भी शहर के बेरियान मुहल्ले में रहते हैं। उनके बूथ पर सपा जीत गई। आजम खां के बेटे विधायक अब्दुल्ला मतदान के दिन से ही कह रहे हैं कि रामपुर में चुनाव नहीं हुआ, बल्कि धांधली हुई है। पुलिस ने वोट ही नहीं डालने दिए। लोगों को बुरी तरह पीटा और मतदान केंद्र पर पहुंचने से पहले ही भगा दिया।