गुजरात में कांग्रेस के लिए केजरीवाल दिखा रहे थे जो डर, AAP को ही मिलेगा वह ‘दर्द’
गांधीनगर
गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल अक्सर चुनावी सभाओं में जनता से कांग्रेस को वोट ना देने की अपील करते हुए कहते थे कि उनके विधायक जीतने के बाद भाजपा में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, उनकी यह भविष्यवाणी फिलहाल कांग्रेस नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के लिए ही सच होती दिख रही है। तीन निर्दलीय विधायकों के साथ कम से कम 3 'आप' विधायकों के भी भाजपा में शामिल हो जाने की अटकलें हैं। 'आप' विधायक भूपत भयाणी ने तो पीएम मोदी की तारीफ करते हुए साफ तौर पर भाजपा में वापसी के संकेत दे दिए हैं।
तीन निर्दलीय विधायक धर्मेंद्र सिंह वाघेला (वाघोडिया), धवल सिंह जाला (बायाड), मवजीभाई देसाई (धानेरा) पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे भाजपा का समर्थन करेंगे। दरअसल इन्होंने चुनाव में भाजपा से ही टिकट मांगा था लेकिन ऐसा नहीं होने पर बागी होकर निर्दलीय लड़े और जीत हासिल करने में कामयाब रहे। हालांकि, रविवार को 'आप' विधायक भूयत ने यह कहकर अटकलों को जन्म दे दिया कि वह अपने समर्थकों से बातचीत के बाद भाजपा में वापसी पर फैसला लेंगे। उन्होंने जिस तरह पीएम मोदी की तारीफ की और भाजपा से अपने पुराने संबंध याद किए उससे साफ है कि जल्द ही वह भगवा कैंप में लौटना चाहते हैं। हालांकि, देर रात उन्होंने एक और वीडियो जारी करके सफाई दी कि वह किसी पार्टी में नहीं जा रहे हैं 'आप' के वफादार हैं।
अटकलें यह भी हैं कि आम आदमी पार्टी के दो और विधायक उमेश मकवाना (बोटाड) और सुधीर वाघवानी (गारियाधर) भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, मकवाना ने यह कहते हुए अटकलों को खारिज किया है कि कोई भी विधायक भाजपा में नहीं जा रहा है। लेकिन भाजपा के सूत्रों का कहना है कि वे केजरीवाल की पार्टी के 4 विधायकों के साथ संपर्क में हैं और सही समय आने पर उन्हें पार्टी में शामिल कराया जाएगा। यदि 4 विधायक एक साथ आते हैं तो उन पर दलबदल कानून लागू नहीं होगा और इससे उनकी सदस्यता बरकरार रहेगी।