साल वनों को बचाने वाले नागुल दोरला की प्रतिमा आवापल्ली में होगी स्थापित
बीजापुर
बस्तर के शहीदों को सम्मान देने बस्तर आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने नई पहल की है। बीजापुर जिले में अंग्रेजी हुकूमत के दौरान साल वनों की कटाई पर नाराज आदिवासीयों को गोलबंद कर एक पेड़ के बदले एक सिर देने के आंदोलन ने तत्कालीन निजाम के ठेके को निरस्त करवाने वाले नागुल दोरला की आवापल्ली में प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
बीजापुर विधायक और बस्तर आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने कहा कि जल, जंगल, जमीन को बचाने वाले शहीदों की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता। प्राधिकरण की बैठक में पोतकेल के वीर क्रांतिकारी नागुल दोरला के प्रतिमा को आवापल्ली में स्थापना के लिए 10 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसके साथ ही आवापल्ली के महाविद्यालय का नाम वीर क्रांतिकारी नागुल दोरला के नाम पर रखे जाने का निर्णय लिया गया है।
दोरला समाज के बसमैया अंगनपल्ली ने कहा कि इससे हमारे आने वाली पीढ़ी खुद को गौरवान्वित महसूस करते रहेगी। उन्होने कहा कि बस्तर आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक में दोरला समाज के वीर क्रांतिकारी नागुल दोराला की प्रतिमा स्थापित करने और कालेज का नामकरण किए जाने का दोरला समाज स्वागत करता है।