November 28, 2024

दिल्‍ली में मंगलवार से यू-टर्न लेगा मौसम, तेजी से गिरेगा तापमान

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नई दिल्‍ली
 अमूमन कंपकंपी छुड़ाने वाला दिसंबर का महीना अभी तक उतना सर्द नहीं रहा है। हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो दिल्‍ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड अब दूर नहीं। आईएमडी की भविष्‍यवाणी बताती है कि जल्‍द ही मौसम यू-टर्न लेगा। मंगलवार से तेज रफ्तार वाली बर्फीली हवाएं बहने लगेंगी और तापमान तेजी से गिरेगा। फिलहाल सुबह-शाम चल रही सर्दी दो-तीन दिन में अपने तेवर बदल देगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार से उत्‍तर-पश्चिमी बर्फीली हवाएं तेज होंगी। इस सप्ताह पहाड़ों में पश्चमी विक्षोभ कम होने से मौसम यू टर्न लेगा और न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। यानी अपने आप सर्दी बढ़ जाएगी। आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्‍यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। शनिवार तक इसके और गिरकर क्रमश: 24 डिग्री और 6 डिग्री तक चले जाने का अनुमान है।

दिल्‍ली में अभी क्‍यों नहीं पड़ रही वैसी सर्दी?
आईएमडी के मुताबिक, इन दिनों दिनभर कोहरे की चादर नहीं छाए रहने के कारण धूप की किरणें धरती तक पहुंच पा रहीं हैं। जिससे गलन वाली सर्दी से राहत बनी हुई है। अनुमान है कि इस सप्ताह में कोहरा पड़ना शुरू हो सकता है औैर दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

इस बार बहुत ज्‍यादा पड़ेगी ठंड!
मौसम की चाल पर पश्चिमी विक्षोभ का खूब असर पड़ता है। दिल्‍ली-एनसीआर में इसी पश्चिमी विक्षोभ का असर सर्दी बढ़ाएगा। पहाड़ों पर बर्फ ज्‍यादा गिरेगी तो मैदानों में बारिश के भी आसार हैं। कुमाऊं यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ एडवांस्‍ड स्‍टडी इन जियोलॉजी के रिसर्चर प्रफेसर बहादुर सिंह कोटलिया के मुताबिक, पश्विमी विक्षोभ (वेस्‍टर्लीज) की वजह से ही ठंड का मौसम आता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोटलिया ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की शुरुआत मेडिटेरेनियन सी से होती है। खाड़ी देशों से होते हुए यह अफगानिस्‍तान, पाकिस्‍तान तक जाता है और उसके बाद भारत का रुख करता है। इसकी वजह से सबसे पहले कश्‍मीर का मौसम बदलता है, फिर हिमाचल और उत्‍तराखंड जैसे और पर्वतीय राज्‍यों का। पहाड़ों पर खूब बर्फबारी होती है और तेज हवाएं चलने लगती हैं जो मैदानों तक पहुंचती है।

कोटलिया के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ अधिकतम आगरा तक जाता है लेकिन इस बार इसका ट्रैक दिल्‍ली तक आ रहा है। इस बार पश्चिमी विक्षोभ में नमी खासी ज्‍यादा है। मतलब यह अपने साथ अच्‍छा-खासा पानी लेकर आ रहा है। ऊंचे इलाकों में यह पानी बर्फ बनकर गिरेगा और मैदानों इलाकों में बारिश कराएगा। कोटलिया ने चेतावनी दी कि इस बार पश्चिमी विक्षोभ के चलते भयानक बर्फबारी

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