साल 2023 में 45 विवाह मुहूर्त, जनवरी-फरवरी में सबसे ज्यादा
विवाह के लिए अब केवल दो दिन श्रेष्ठ मुहूर्त हैं, इसके बाद जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा। तब 15 जनवरी के बाद ही फेरे लिए जा सकेंगे। नए साल 2023 में 45 मुहूर्त हैं। जनवरी-फरवरी के शुभ मुहूर्तों में यदि फेरे नहीं लिए तो फिर मई माह तक इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि मार्च के प्रथम सप्ताह में होलाष्टक और 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन मलमास में शुभ कार्य नहीं होंगे।
जनवरी-फरवरी में सबसे ज्यादा 11-11 मुहूर्त
हर साल 65 से लेकर 80-90 तक शुभ मुहूर्त में विवाह होते हैं। साल 2017 में 58, 2018 में 60 और 2019 में सबसे ज्यादा 119 मुहूर्त पड़े थे। साल 2020 में 57 मुहूर्त थे, लेकिन उस साल कोरोना महामारी के चलते ज्यादातर विवाह स्थगित किए गए थे। इसी तरह 2021 में भी 60 से अधिक मुहूर्त थे, लेकिन उस साल भी विवाह सादगी से संपन्न किए गए थे।
साल 2022 में 65 मुहूर्तों में धूमधाम से विवाह संपन्न हुए और अब नए साल 2023 में भी 40 से अधिक मुहूर्त है, इनमें विवाह एवं अन्य संस्कार किए जा सकेंगे। मकर संक्रांति के पश्चात शुभ मुहूर्त शुरू होंगे। नए साल में सबसे अधिक मुहूर्त जनवरी और फरवरी में 11-11 मुहूर्तों में विवाह समेत गृह प्रवेश, जनेऊ, मुंडन, अन्नप्राशन, पुंसवन समेत अन्य संस्कार किए जा सकेंगे। सबसे कम मुहूर्त मीन मलमास वाले मार्च महीने में तीन और जून महीने में भी तीन मुहूर्त शुभ हैं। जुलाई माह से देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक चार माह चातुर्मास होने से शुभ मुहूर्तों पर रोक लगी रहेगी।
माह मुहूर्त
जनवरी – 18, 25, 26, 27, 28, 30
फरवरी – 1, 3, 5, 8, 10, 11, 12, 16, 22, 24, 27
मार्च – 8, 10, 13
अप्रैल – 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन मलमास होने से कोई मुहूर्त नहीं
मई – 3, 5, 6, 14, 15, 17, 20, 22, 25, 29, 31
जून – 1, 11, 12
जुलाई – मुहूर्त नहीं
अगस्त – मुहूर्त नहीं
सितंबर – मुहूर्त नहीं
अक्टूबर – मुहूर्त नहीं
नवंबर – 17, 22, 23, 27, 29
दिसंबर – 7, 8, 12