प्रधानमंत्री मोदी बच्चों को सिखाएंगे तनावमुक्ति के गुर
- प्रदेश के विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षक भी कर सकेंगे सहभागिता
भोपाल
"परीक्षा पर चर्चा 2023"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने"परीक्षा पर चर्चा 2023" से संबंधित दिलचस्प गतिविधियों में भाग लेने के लिए विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षकों को आमंत्रित किया है। "परीक्षा पर चर्चा-2023" कार्यक्रम छटवाँ संस्करण होगा। यह एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी सजीव कार्यक्रम में अपनी अनूठी आकर्षक शैली में छात्रों को परीक्षा के तनाव और संबंधित क्षेत्रों से संबंधित प्रश्नों का जवाब देते हैं।
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी "परीक्षा पर चर्चा" के छठे संस्करण अंतर्गत प्रतिवर्ष की भांति विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा शिक्षकों से संवाद करेंगे और बच्चों को परीक्षा से तनाव मुक्ति के गुर सिखाएंगे, जिससे छात्रों को उनकी सभी आकांक्षाओं और लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम बनाया जा सके।
"परीक्षा पर चर्चा" के छठे संस्करण के संबंध में प्रदेश के समस्त जिलों के सी.बी.एस.ई., आई.सी.एस.ई. तथा माध्यमिक शिक्षा मण्डल के समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के शिक्षक, विद्यार्थी तथा अभिभावकों को अधिकतम संख्या में भाग लेने प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। "परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम का बैनर स्कूल शिक्षा विभाग से संबंधित समस्त कार्यालय, स्कूल की वेबसाइट तथा मुख्य स्थानों पर प्रदर्शित करने को लेकर भी निर्देशित किया गया है।
राज्य मंत्री परमार ने बताया कि मध्यप्रदेश से 80 विद्यार्थी, 10 शिक्षक तथा 10 अभिभावक को इस संवाद में प्रतिभागिता का अवसर मिलेगा। जिसके लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों का चयन किया जायेगा। प्रत्येक प्रतियोगिता के लिए के लिए समूहवार पृथक-पृथक विषय भी निर्धारित हैं।
"परीक्षा पर चर्चा" में भाग लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति को आधिकारिक वेबसाइट https://innovateindia.mygov.in/ppc-2023/ पर क्लिक करना होगा। इसके बाद Participate now पर क्लिक करने पर इसमें 4 विकल्प मिलेंगे- स्टूडेंट (सेल्फ पार्टिसिपेशन), स्टूडेंट (पार्टिसिपेशन थ्रू टीचर लॉगइन), टीचर और पैरेंट। जिसमें आवश्यक विकल्प पर क्लिक कर "परीक्षा पे चर्चा 2023" में भाग लिया जा सकता है।
राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) परमार ने आगे बताया कि यह प्रतियोगिता कक्षा 9वीं से 12वीं के स्कूली विद्यार्थियों के लिए खुली है। विद्यार्थियों के लिए विभिन्न आठ विषय निर्धारित हैं। विद्यार्थी किसी भी एक विषय पर अधिकतम 1500 शब्द तक में निबंध लिख सकते हैं तथा अधिकतम 500 शब्द में प्रधानमंत्री जी को अपना प्रश्न भी प्रस्तुत कर सकते हैं। इसी तरह माता-पिता (अभिभावक) और शिक्षकों के लिए भी विशेष रूप से डिज़ाइन की गई ऑनलाइन गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी विभिन्न विषय निर्धारित किये गए हैं, जिसके अनुसार वे अपनी एंट्री जमा कर सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिए निर्धारित विषय
हमारी आजादी के नायक, हमारी संस्कृति हमारा पर्व, मेरी प्रिय किताब, आने वाली पीढि़यों के लिए पर्यावरण सुरक्षा, अच्छा स्वास्थ्य क्यों जरूरी है, मेरा स्टार्ट अप का सपना, सीमाओं के बिना शिक्षा तथा विद्यालय में सीखने के लिए खिलौने और खेल''।
अभिभावकों के लिए निर्धारित विषय
मेरा बच्चा मेरा अध्यापक, प्रौढ़ शिक्षा-सभी को साक्षर बनाए तथा सीखना और एक साथ आगे बढ़ना।
शिक्षकों के लिए निर्धारित विषय
हमारी धरोहर, शिक्षा का अनुकूल माहौल, कौशल के लिए शिक्षा, पाठ्यक्रम का कम भार और परीक्षा का कोई भय नहीं और भविष्य में शिक्षा की चुनौतियाँ
भाग लेने वाले सभी शिक्षक, विद्यार्थी तथा अभिभावकों को केन्द्र सरकार द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा अभिभावकों को केन्द्र सरकार द्वारा पी.पी.सी. किट भी भेंट किए जाएंगे। "परीक्षा पर चर्चा 2023" प्रतियोगिता में चयन तथा कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत निर्देश https://innovateindia.mygov.in/ppc-2023/ पर उपलब्ध कराये गए हैं।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री परमार ने बताया कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में प्राचार्य, शिक्षक तथा विद्यार्थियों द्वारा इस प्रतियोगिता में अधिकाधिक संख्या में भाग लिए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। इस दृष्टि से विद्यालयों के सभी विद्यार्थियों को शिक्षकों के मध्य इस तरह बाँटा जा रहा है, जिससे वे सुगमता से उनका पंजीयन करा कर उनकी प्रविष्टियों को अग्रेषित कर सकें।
राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पुरस्कार में विजेताओं का चयन करते समय विद्यार्थियों की अधिकतम प्रतिभागिता कराने वाले शिक्षकों को भी विशिष्ट रूप से चिन्हित कर प्रोत्साहित किया जाएगा। "परीक्षा पर चर्चा 2023" में मप्र के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों की अधिकाधिक प्रतिभागिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश आयुक्त लोक शिक्षण के द्वारा जारी किए गए हैं।