राज्यपाल ने वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी को प्रदान की मानद उपाधि
विन्ध्य के गौरव एडमिरल त्रिपाठी को मिली मानद उपाधि
रीवा
विन्ध्य की उर्वर धरा ने अनेक वीरों के साथ प्रतिभा संपन्न विभूतियों को जन्म दिया है। भारतीय नौसेना में वाइस एडमिरल के पद पर कार्यरत दिनेश कुमार त्रिपाठी उन्हीं में से एक हैं। श्री त्रिपाठी सतना जिले छोटे से गांव महुड़र के निवासी हैं। रीवा की सैनिक स्कूल में शिक्षा-दीक्षा प्राप्त करने के बाद श्री त्रिपाठी ने भारतीय नौसेना में प्रवेश किया। उनकी गौरवशाली उपलब्धियों को अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश के राज्यपाल तथा विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री मंगूभाई पटेल ने विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षांत समारोह में एडमिरल त्रिपाठी को डीएससी की मानद उपाधि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि आज विश्वविद्यालय ने एडमिरल त्रिपाठी को मानद उपाधि प्रदान करके देश के उन लाखों सैन्य अधिकारियों और जवानों का सम्मान किया है जो देश की रक्षा में तैनात हैं। श्री त्रिपाठी को सम्मानित करके विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
समारोह में वाइस एडमिरल त्रिपाठी को दिए गए प्रशस्ति पत्र में उल्लेख किया गया है कि श्री त्रिपाठी ने 1985 में भारतीय सेना में प्रवेश किया। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए श्री त्रिपाठी को अति विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किया गया। नौसेना में आधुनिक सूचना संचार तकनीक तथा भारत में बनी मिसाइलों की स्थापना में श्री त्रिपाठी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्री त्रिपाठी ने विनाशकारी सुनामी के समय विशाखापट्टनम तथा श्रीलंका में जनधन की रक्षा में अतुलनीय योगदान दिया।