देश में रोजगार के लिए इकोसिस्टम बनाने की जरूरत- दत्तात्रेय होसबाले
भोपाल
भारत में लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की व्यवस्था थी पर हम पिछड़ गए। स्वतंत्र भारत में अपने पैरों पर खड़े होने के वह प्रयत्न नहीं हुए, जो होने थे। हमें विचार करना चाहिए कि कैसे अपने स्तर पर रोजगार बढ़ाने के प्रयास कर सकते हैं। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कही। वे स्वदेशी जागरण मंच के जिला रोजगार सृजन केंद्रों के लोकार्पण के बाद बोल रहे थे। उन्होंने स्वावलंबी भारत अभियान के तहत भोपाल केंद्र का प्रत्यक्ष और विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और श्योपुर केंद्रों का वर्चुअल लोकार्पण किया।
होसबाले ने कहा कि रोजगार के लिए इकोसिस्टम बनाने की जरूरत है। प्रशासनिक अधिकारियों को स्वरोजगार के लिए सरकारी सहायता चाहने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्हें मार्गदर्शन दें, उन पर भरोसा करें। चाहे स्वरोजगार छोटा हो पर समाज में इसके प्रति सकारात्मक वातावरण बनना चाहिए। भारत को स्वावलंबी बनाने का यह अभियान समूचे समाज का अभियान बनना चाहिए।
यहां खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, स्वावलंबी भारत अभियान के अखिल भारतीय सह समन्वयक जितेंद्र गुप्त और स्वदेशी जागरण मंच मध्य भारत प्रांत की महिला कार्य प्रमुख प्रतिभा चतुर्वेदी उपस्थित थे। जितेंद्र गुप्त ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र के 24 संगठनों ने भारत को स्वावलंबी बनाने का संकल्प लिया है। विकेंद्रीकरण, उद्यमिता, सहकारिता और स्वदेशी क्षेत्र में काम करने से ये संभव है।