एनएसएस के स्वयंसेवक आंगनबाड़ी केंद्रों में जरूरतों का आकलन करेंगे
भोपाल
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवक मध्य प्रदेश में गोद लिए गए आंगनबाड़ी केंद्रों में आवश्यकताओं का आकलन करेंगे और शिविर के दौरान उनकी पूर्ति के लिए प्रयास करेंगे। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और एनएसएस के बीच सहमति बनी है। दरअसल, प्रदेश में 30 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्र गोद तो लिए गए हैं, पर उन केंद्रों की मूलभूत जरूरतें अब भी पूरी नहीं हो रही हैं। विभाग के लगातार प्रचार-प्रसार के बाद भी लोग अपेक्षाकृत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर रहे हैं। इसलिए स्वयंसेवकों को यह जिम्मा सौंपा जा रहा है।
एनएसएस की प्रत्येक इकाई स्कूल या कालेज के नजदीक के गांव या वार्ड को गोद लेकर वर्षभर जागरूकता गतिविधियों का संचालन करती हैं। इकाइयां अपने कार्यक्षेत्र में शिविर भी लगाती हैं। इसका लाभ महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ियों के प्रति जनता को जागरूक करने में उठाएगा।
योजना के अनुसार स्वयंसेवक पहले तो अपने कार्यक्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र में मूलभूत सुविधाओं का आकलन करेंगे। इस आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों में सुधार की रणनीति बनाई जाएगी। स्वयंसेवक ग्रामीणों या वार्डवासियों को प्रेरित करेंगे कि वे अपने क्षेत्र के बच्चों के लिए कुछ करें। शिविर में बौद्धिक सत्रों के दौरान उन्हें इन केंद्रों के संचालन में सरकार के साथ जनता की भूमिका का महत्व भी समझाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी जनता से अपील कर चुके हैं कि आंगनबाड़ी केंद्रों को सशक्त बनाने में सरकार के साथ सहयोग करें।