बेशरम रंग, उस वक्त तक न तो इसका ट्रैक तैयार था, न ही कोई आइडिया: शिल्पा राव
सिद्धार्थ आनंद की पठान के हाल ही रिलीज हुए पहले गाने बेशरम रंग को सिंगर शिल्पा राव ने अपनी खूबसूरत आवाज से सजाया है। गाने की काफी तारीफ हो रही है। शिल्पा ने टेलीफोनिक बातचीत में इस गाने के बनने के सफर पर चर्चा की। उन्होंने बताया इस गाने पर हमने पिछले साल काम शुरू किया था। उस वक्त तक, न तो इसका ट्रैक तैयार था, न ही कोई आइडिया था। हमारे पास केवल गीतकार कुमार के लिखे बोल थे। उनका लिखा घुंघरु हो या बेशरम रंग, इस तरह का गाना लिखना आसान नहीं होता। विशाल-शेखर, सिद्धार्थ आनंद और मेरी आपसी समझ बहुत अच्छी है। हमने इस गाने में बहुत ज्यादा कारीगरी करने की बजाय, इसे रुमानी बनाने की कोशिश की है। इसलिए हमारी एप्रोच स्ट्रेट फॉरवर्ड रही। इसमें गजल-सी कसक है। रिलीज से पहले थोड़ी नर्वस थी, लेकिन खुश हूं कि लोगों को गाना पसंद आया। किसी भी अच्छी चीज को बनने में वक्त लगता है। हमने भी बीते साल फरवरी -मार्च में इस गाने पर काम शुरू किया था। पहले मुखड़ा तैयार किया, उसके बाद अंतरा बनाया, फिर फाइनल ट्रैक पर गाना रेकॉर्ड किया। गाने में टीम वर्क रहा है। विशाल-शेखर के साथ यह पांचवी फिल्म है। जब मैंने उनसे पूछा कि इस गाने को कैसे गाऊं, तो उन्होंने कहा कि अपने स्टाइल से गाएं। उनका यही विश्वास मुझे और प्रेरित करता है। आज हमारा संगीत दुनियाभर में न केवल सुना जा रहा है, बल्कि ग्लोबल चार्टबस्टर्स में भी जगह बना रहा है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। हम एक्टर्स के हिसाब से नहीं, कैरेक्टर के हिसाब से गाते हैं, जैसे कैरेक्टर की स्टोरी क्या है, उसकी जिंदगी में क्या चल रहा है। यह गाना दीपिका के बारे में है। अच्छी-बुरी जैसी भी है, उसने खुद को अपना लिया है और उसे खुद पर गर्व है। दीपिका ने गाने को पर्दे पर जिस अंदाज से जिया है, तारीफ के काबिल है।