देश के न्यूक्लियर प्लांट्स साइबर हमले समेत तमाम खतरों से सुरक्षित:सरकार ने संसद में आश्वासन
नई दिल्ली
एलएसी पर भारत-चीन सैनिकों की तनातनी के बीच सरकार ने संसद में आश्वासन दिया कि देश के न्यूक्लियर प्लांट्स साइबर हमले समेत तमाम खतरों से सुरक्षित हैं। सरकार का कहना है कि प्लांट्स से निकलने वाले कचरे के निस्तारण में मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन किया जाता है। परमाणु ऊर्जा मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में कहा कि देश के न्यूक्लियर प्लांट्स विभिन्न खतरों से सुरक्षित हैं जिनमें साइबर हमला और सुनामी जैसे संकट भी शामिल हैं।
साइबर हमले के संदर्भ में सिंह ने कहा कि पिछले साल एक मामला सामने आया था और उसके बाद एक सिस्टम स्थापित किया जिसमें कई स्तरों पर निगरानी की जाती है। उन्होंने परमाणु संयंत्रों से विकिरण के खतरे के संबंध में कहा कि अभी तक देश को ऐसी किसी स्थिति से सामना नहीं करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि संसद सहित कई मंचों पर ऐसी आशंकाएं जताई गईं और ऐसी आशंकाओं के कारण कई संयंत्रों की स्थापना में देरी भी हुई।
सिंह ने कहा कि परमाणु संयंत्रों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए भी एक मानक परिचालन प्रक्रिया है और उसका पालन किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कचरे को जमीन में 30 मीटर की गहराई में दबाया जाता है और एक प्रयास यह भी होता है कि उनका फिर से उपयोग किया जाए। सिंह प्रश्नकाल में पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे।