यूक्रेन विवाद पर भारत के रुख पर अमेरिका ने कहा-‘हम पीएम मोदी की बात मानेंगे’
यूक्रेन
संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को एक बार फिर यूक्रेन संघर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्थिति का स्वागत किया। अमेरिका ने कहा कि यूक्रेन विवाद पर वह भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की बात मानेंगे, जो सभी प्रकार की हिंसा को रोकने और कूटनीति के रास्ते पर चलने का आह्वान करता है। विदेश विभाग के प्रधान उपप्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "हम पीएम मोदी की बातों को उन्होंने जैसे कहा है, वैसे ही मानेंगे और जब वे होंगे तो उन टिप्पणियों का स्वागत करेंगे। रूस के साथ जुड़ाव पर अन्य देश अपना फैसला लेंगे। हम युद्ध के प्रभावों को कम करने के लिए सहयोगियों के साथ समन्वय करना जारी रखेंगे।"
विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने ये टिप्पणी रूस-यूक्रेन जंग पर भारत की स्थिति और युद्ध को समाप्त करने के लिए पीएम मोदी के आह्वान पर एक सवाल के जवाब में दिया। इससे पहले सितंबर में समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि "आज का युग युद्ध का नहीं है"। पीएम मोदी ने उस दौरान खाद्य, ईंधन सुरक्षा और उर्वरकों की समस्याओं के समाधान के तरीके खोजने की आवश्यकता पर जोर दिया था।
रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने में भारत की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर, विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "कोई भी देश जो शांति में शामिल होने में रुचि रखता है और इस (रूस-यूक्रेन) युद्ध को समाप्त करने में रुचि रखता है, उसे यूक्रेनी भागीदारों के साथ घनिष्ठ साझेदारी में ऐसा करना ही चाहिए।"
खासकर पीएम मोदी की शुक्रवार को व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत के कुछ घंटों बाद विदेश विभाग की ये टिप्पणी आई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, "एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर समरकंद में अपनी बैठक के बाद, दोनों नेताओं (पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन) ने द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलुओं की समीक्षा की, जिसमें ऊर्जा सहयोग, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा सहयोग और अन्य प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।"