बीजेपी का 25 वर्ष पुराना साथ छोड़ थामा कांग्रेस का हांथ …
दुलीचंद मार्को संभाग ब्यूरो जबलपुर
मंडला
मंडला जिले की बिछिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत करियागाव के पुराने बीजेपी कार्यकर्ता मंडल उपाध्यक्ष कैलाश पटेल, एवम अन्य सक्रिय कार्यकर्ता किशोर पटेल भूतपूर्व उपसरपंच संतु पटेल, राजू सोनी , मोहित पटेल, हेमंत पटेल प्रमोद झरिया राकेश भावरें,दिनेश भावरे जमना भावरे, ध्रुव नंदा, दीपक साहू, राकेश पटेल और करीब 25 से 30 बीजेपी कारकर्ताओं ने बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस का हांथ थाम लिया जिनकी सदस्यता बिछिया विधानसभा के विधायक श्री नाराणय सिंह पट्टा जी के द्वारा दिलवाई गई जब गांव वालों से बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने को लेकर पूछा गया तो सभी कार्यकर्ताओं ने एक सुर में जवाब दिया की लगातार गांव वालों की उपेक्षा और गांव से संबंधित समस्यायों का भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष और जिले के अन्य नेताओं द्वारा गांव वालों की समस्यायों को अनदेखा किया जाना गांव वालों ने बीजेपी सरकार और अन्य नेताओं पर आरोप लगाते हुए बतलाया की कारियागांव चारों साइड नदी से घिरा हुआ गांव हे और गांव को नेशनल हाइवे 30 से जोड़ने के लिए एक मात्र रास्ता जगनाथर होते हुए जाना पड़ता हे परंतु गांव से निकलते ही मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर चिकनिया नाला है जो काफी पुराना है और नाले पर बनी एक छोटी सी पुलिया हैं, जिसमें आए दिन एक निजी व्यापारी के बड़े- बड़े ट्रक और भारी वाहन पुलिया के ऊपर आवाजाही की वजह से यह छोटी सी पुलिया पूरी तरह से टूट चुकी हैं साथ में इस छोटे से टूटे हुए पुलिया की ऊंचाई भी काफी कम होने की वजह से यह पुलिया पूरी बरसात भर लगभग डूबी रहती हैं,
इन परिस्थितियों में गांव वालों को करीब 20 से 25 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर हाट बाजार और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को लेकर आए दिन परेशानी सामना करना पड़ता है, गांव में पढ़ने वाले छोटे वा बड़े बच्चों की संख्या जो करीब करीब 140से 150 होगी जिनको पढ़ाई के लिए हाईस्कूल, वा हायर सेकेंडरी स्कूल माधोपुर और अंजनिया जाना पड़ता हे जब ये चिकानिया नाले पर बनी छोटी टूटी हुई पुलिया डूबी रहती है तो छोटे और अन्य बड़े बच्चे अपनी जान जोखिम में डाल कर मटियारी नदी को नाव से बैठ कर पार करते हैं, जिसके बारे में लगातार बीजेपी के पाधिकारिओं को और जिला प्रशासन को गांव वालों के द्वारा इस बारे में अवगत करवाया गया
लेकिन आज तक न तो यहां पर बीजेपी से जुड़े जिला के पदाधिकारी ने ध्यान दिया और न ही कभी इस गांव की खैरियत पूछी, बीजेपी पदाधिकारियों द्वारा लगातार गांव वालों की अनदेखी और कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना तो वही दूसरी ओर बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा का लगातार गांव गांव जाकर भ्रमण कर अपनी विधानसभा क्षेत्र की जनता और उनसे जुड़ी समस्याओं से अवगत होना और अपने प्रयासों से जनहित के लिए काम करने का नतीजा ही हैं की पंचायत चुनाव के बाद से निरंतर बिछिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली आम जनता और बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ताओं से लेकर बीजेपी के मुख्य पदाधिकारी भी बीजेपी का अब दामन छोड़ कांग्रेस का हांथ थाम रहें हैं।।