साढ़े 10 लाख का इनामी नक्सली अभिजीत गिरफ्तार, AK-56 बरामद; कई राज्यों का था वॉन्टेड
गया
बिहार- झारखंड के साढ़े दस लाख का इनामी नक्सली अभिजीत यादव को शनिवार को एसएसबी और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि झारखंड में इसपर 10 लाख और बिहार में 50 हजार का इनाम था।एसएसबी के 29 बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता को सूचना मिली कि दोनों राज्यों के कई कांडों में फरार अभिजीत यादव उर्फ बनवारी गया के बेलाकुंभी दुआरी जंगल की तरफ किसी से मिलने आने वाला है। अभिजीत को दुआरी गांव के पास सहयोगी कुन्दन कुमार के साथ पकड़ा गया। उसके पास से एके 56 और 97 जिंदा गोली, पांच डेटोनेटर, लेबी वसूली वाला बुकलेट बरामद की है। अभिजीत और कुंदन पलामू के रहने वाले है।
13 सालों से थी अभिजीत की तलाश
एसएसपी ने बताया कि अभिजीत यादव बिहार-झारखण्ड स्पेशल एरिया कमेटी के मध्य जोन का उत्तरी सब जोन का जोनल कमांडर था। जो वर्ष 2009 से सक्रिय था। वह 22 नवम्बर 2022 को ही सब जोनल से जोनल कमांडर बना था। संदीप यादव के मृत्यु के बाद यह लगातार जंगल के आस-पास के गांवों में भ्रमण कर रहा था।जोनल कमांडर अभिजीत यादव को गिरफ्तार करने में बिहार और झारखंड की पुलिस को पिछले 13 सालों से कामयाबी नहीं मिली थी। इसकी गिरफ्तारी नक्सलियों के खिलाफ बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, अभिजीत यादव के गया जिले के धनगाई थाना अंतर्गत दुवारी के जंगल में आने की जानकारी सुरक्षाबलों को मिली। इसी पर टीम बनाकर कार्रवाई शुरू की गई।
सर्च ऑपरेशन से मिली सफलता
एसएसपी हरप्रीत कौर के अनुसार, एसएसबी 29 बटालियन कमांडेंट एचके गुप्ता, असिस्टेंट कमांडेंट अमोद कुमार आदि के नेतृत्व में गया पुलिस और सुरक्षाबलों की विशेष टीम बनाई गई। इसके बाद दुआरी के जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। इसमें इनामी नकस्ली जोनल कमांडर अभिजीत यादव की गिरफ्तारी हुई। वर्ष 2016 में अभिजीत यादव के नेतृत्व में हुए नक्सली हमले में औरंगाबाद के काला पहाड़ इलाके में सुरक्षा बल के 7 जवान शहीद हो गए थे।जोनल कमांडर अभिजीत यादव वर्ष 2009 से नक्सली संगठन में सक्रिय था। इसके खिलाफ बिहार और झारखंड में 61 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।