प्रदेश के कालेजों में जल्द ही दो हजार से अधिक पदों पर प्राध्यापकों की होगी भर्ती
भोपाल
प्रदेश के कालेजों में जल्द ही दो हजार से अधिक पदों पर भर्ती की जाएगी। इसमें करीब 1700 सहायक प्राध्यापक रखे जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों में 2053 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए रोस्टर फाइनल कर मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) को भेज दिया है। पहले चरण में सहायक प्राध्यापक के विभिन्न विषयों के 1669 पद, ग्रंथपाल के 255 एवं क्रीड़ा अधिकारी के 129 रिक्त पदों पर भर्ती होगी। वहीं सहायक प्राध्यापकों की भर्ती के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने मुख्य विषयों के साथ सह विषयों की सूची जारी कर दी है। इसमें कुछ सह विषयों को हटाया है तो कुछ को जोड़ा है। विभाग ने 2017 के आदेश को रद कर मुख्य और सह विषयों की संशोधित नई सूची जारी की है। इस संबंध में इस माह के अंत तक विज्ञापन जारी किया जाएगा।
उच्च शिक्षा विभाग में चार हजार से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। खाली पद दो चरणों में भरे जाएंगे। दूसरे चरण में शेष पदों पर भर्ती की जाएगी। यह पद कब भरे जाएंगे, इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
पांच साल बाद होगी भर्ती
उच्च शिक्षा विभाग पांच साल बाद यह भर्ती प्रक्रिया शुरू कर रहा है। 2017 में करीब ढाई हजार पद भरे थे। इससे पहले 1992 में सामान्य वर्ग के पद निकले थे। उसके बाद से 2017 तक सामान्य वर्ग के लिए भर्ती नहीं निकली थी। लंबे समय बाद 2017 में सामान्य के पद भरे गए थे।
ये किए गए हैं बदलाव
विभाग द्वारा जारी निर्देश में वनस्पति शास्त्र, वाणिज्य, प्राणीशास्त्र, रसायनशास्त्र एवं संस्कृत विषयों में संशोधन किए गए है। वनस्पति शास्त्र से बायो केमेस्ट्री और फारेस्ट्री सह विषय को हटाया गया है। वहीं, रसायनशास्त्र विषय में ड्रग रसायन सह विषय जोड़ा गया है। वाणिज्य विषय में से सह विषय प्रबंधन हटा दिया गया है। प्राणीशास्त्र में बायोकेमेस्ट्री को हटा दिया है। वहीं संस्कृत विषय में से योग सह विषय के हटा दिया गया है। योग मुख्य विषय के रूप में शामिल किया गया है।
प्रदेश में सरकारी कालेजों की संख्या-524
पहले चरण में इतने पदों पर भर्ती – 2053
सहायक प्राध्यापक के पद- 1669
ग्रंथपाल के पद- 255
क्रीड़ा अधिकारी -129
कालेजों में स्वीकृत पद-12087
भरे हुए पद -5146
खाली पद – 6941
कालेजों में प्रोफेसरों की भर्ती के लिए एमपीपीएससी को 2053 पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
– डा. मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री