फुटबॉल विश्वकप फाइनल में शांति का संदेश नहीं दे पाएंगे जेलेंस्की, FIFA ने कहा- ये पाखंड यहां नहीं चलेगा!
यूक्रेन
फीफा ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के फुटबॉल वर्ल्ड कप 2022 में विश्व शांति का संदेश देने वाले अनुरोध को खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की फाइनल शुरू होने से पहले कतर के स्टेडियम में प्रशंसकों को वीडियो के माध्यम से एक संदेश देना चाहते थे, लेकिन फीफा ने इस पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी जिससे वे हैरान दिखे। हालांकि, सीएनएन के मुताबिक यूक्रेन और विश्वकप के गवर्निंग बॉडी के बीच बातचीत अभी भी जारी है।
पहले भी बड़े मंचों पर दे चुके हैं शांति का संदेश
बता दें कि आज(18 दिसंबर) रात साढ़े आठ बजे से फ्रांस और अर्जेंटिना के बीच फाइनल खेला जाएगा। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का विश्वमंच पर सरकारी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शांति और सहायता की अपील करने का इतिहास रहा है। इससे पहले उन्होंने इजरायल की संसद, अमेरिकी सांसद, ग्रैमी अवार्ड्स, कांस फिल्म महोत्सव और जी20 शिखर सम्मेलन में शांति का संदेश दे चुके हैं।
डेविड लेटरमैन ने भी लिया इंटरव्यू
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सीन पॉल और डेविड लेटरमैन सहित विभिन्न प्रकार के पत्रकारों और प्रसिद्ध मनोरंजनकर्ताओं के साथ साक्षात्कार और बातचीत भी की है। हालांकि पिछले अवसरों की तरह इस बार रूसी राष्ट्रपति जेलेंस्की का अनुरोध खाली चला गया। जेलेंस्की के अनुरोध पर फीफा प्रमुख जियानी इन्फेंटिनो ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खेल में राजनीतिक संदेश देना कही से सही नहीं है। जियानी इन्फेंटिनो ने इस मामले को बढ़ाने के लिए यूरोप और पश्चिम को फटकार लगाई और इसे एक तरह का पाखंड बताया।
फीफा ने पहले भी कर चुका है निराश
बता दें कि इससे पहले भी एलजीबीटीक्यू लोगों का मुद्दा और प्रवासी श्रमिकों के साथ कतर के व्यवहार की आलोचना करने के लिए फीफा ने मंच नहीं दिया था। फीफा ने खिलाड़ियों को इंद्रधनुष-थीम वाले भेदभाव-विरोधी आर्मबैंड पहनने पर भी प्रतिबंध लगा दिया और प्रशंसकों को खेलने और अन्य राजनीतिक संदेश देने वाली टीमों के अलावा झंडे दिखाने से रोक दिया। हालांकि, विश्व कप के आयोजकों में फिलिस्तीनी ध्वज खूब लहराता दिखाई देता है। ये ध्वज कई बार खेलों के दौरान प्रदर्शित होते हुए दिखा है।
फीफा ने जेलेंस्की के प्लान पर फेरा पानी
आपको बतादें कि रविवार रात होने वाले फीफा विश्व कप के फाइनल को दुनिया भर में करोड़ों लोग देखेंगे। यूक्रेन के लिए यह अवसर था कि वह दुनिया भर में कोने-कोने तक अपनी बात रख पाता और रूसी बलों के अत्याचारों की कहानी लोगों तक पहुंचा पाता लेकिन फीफा प्रमुख ने जेलेंस्की के इरादों पर पानी फेर दिया। गौरतलब है कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस की टीम को फीफा वर्ल्डकप टूर्नामेंट से प्रतिबंधित कर दिया गया था।