पंजाब पुलिस ने किंगपिन समेत 13 को दबोचा. गिफ्ट कार्ड देकर US नागरिकों को लगा रहे थे चूना
लुधियाना
पंजाब पुलिस ने लुधियाना में एक ऐसे साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो झारखंड के जामताड़ा के साइबर अपराध की कहानियों से प्रभावित होकर और आसानी से पैसे कमाने के लिए प्रेरित हुए थे और दो महीने पहले ही शहर में एक फर्जी कॉल सेंटर की शुरुआत की थी। ये गिरोह अमेरिकी नागरिकों को फोन कॉल कर शिकार बनाता था। लुधियाना पुलिस ने देर रात छापेमारी के बाद केंद्र का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 1.70 लाख रुपये नकद, 18 मोबाइल फोन, सात कंप्यूटर, एक लैपटॉप और एक महिंद्रा थार जब्त किया गया है।
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आरके रोड पर किराए के परिसर से चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा। उन्होंने कहा कि आरोपी मुख्य रूप से अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहे थे।
कमिश्नर के मुताबिक, आरोपी पहले अमेरिकी नागरिकों को बल्क मैसेज/ईमेल भेजते थे कि उनके बैंक ने उनके खाते पर कुछ जुर्माना लगाया है और उन्हें दिए गए "ग्राहक सेवा" नंबर पर संपर्क करने के लिए कहते थे। “संपर्क किए जाने पर, आरोपी खातों का विवरण लेते थे और बाद में उन्हें PayPal की ओर से कॉल करते थे, और उन्हें जुर्माना से राहत देने का आश्वासन देते थे। इसके बाद वे पीड़ितों को गिफ्ट कार्ड खरीदने को कहते थे। इस दौरान बैंक की सूचनाओं का इस्तेमाल कर ये शातिर उनके अकाउंट से रकम उड़ा लेते थे।
दि ट्रिब्यून को कमिश्नर ने बताया कि अमेरिकी नागरिकों से ठगी गई रकम को बालाजी इंफो सर्विस नाम की एक फर्जी फर्म के खातों में डाला जा रहा था। आरोपी बहुत शातिर थे और अंग्रेजी बोलने में एक्सपर्ट थे, इससे अमेरिकियों को शक नहीं होता था। सब इंस्पेक्टर नीरज चौधरी ने बताया कि इस गिरोह का सरगना अंकुश मुख्य आरोपी है। लेकिन यह केंद्र दिल्ली में चलाए जा रहे मुख्य केंद्र का एक शाखा थी। लुधियाना पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस को सूचित कर दिया है।