प्रदेश के मदरसों में पढ़ाए जाने वाले कोर्स पर अब रहेगी कलेक्टरों की पैनी नज़र,गृह मंत्री के निर्देश
भोपाल
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश के कुछ मदरसों में आपत्तिजनक पठन सामग्री के उपयोग का विषय संज्ञान में लाया गया है। इसलिए प्रथमदृष्टया सामने आए ऐसे पठन दस्तावेजों की स्क्रूटनी कराने के लिए जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित करेंगे।
कलेक्टर जिलों के शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से मदरसों की पठन सामग्री की स्कूटनी कराएंगे ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। इसके आधार पर आगे की कार्यवाही तय करेंगे। रविवार को मीडिया से चर्चा करते हुए मंत्री मिश्रा ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान एक जैसा ही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से जरूर पूछना चाहेंगे कि क्या वे राहुल गांधी के सेना पर उठाए गए सवाल से सहमत हैं? उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कर्ज माफी के ट्वीट पर कहा कि कमलनाथ के ट्वीट ने एक बार फिर किसानों के जख्म हरे कर दिए हैं। किसान समझ गए हैं, काठ की हांडी दोबारा नहीं चढ़ने वाली है।
इधर, विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल 19 दिसंबर से शुरु होगा। पांच दिवसीय सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। शुक्रवार तक चलने वाले सत्र के दौरान विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार को भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था पर घेरने के की तैयारी की है। वहीं सत्तारुढ़ दल ने भी विपक्षी दल के सदस्यों को जवाब देने के लिए तैयारी की है।
सोमवार 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे सत्र की शुरुआत होगी। पहले दिन दिवंगतों के निधन पर श्रृद्धांजलि दी जाएगी। दूसरे दिन वित्त मंत्री सदन में वर्ष की बची हुई अवधि के खर्चो के लिए अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। अगले दिन से इस पर चर्चा कर बजट पारित किया जाएगा। विधानसभा में इस बार पांच विधेयकों पर भी चर्चा की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ताया कि हर बार की तरह सदस्य नियम प्रक्रिया के तहत किसी भी प्रस्ताव को लेकर आ सकते है उनका स्वागत है सरकार हर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हो हल्ले में विश्वास रखती है और चर्चा से भागती है।
लॉ कॉलेज में हो चुका है विवाद
इंदौर के सरकारी लॉ कॉलेज में प्रोफेसर की विवादित किताब को लेकर काफी विवाद हो चुका है। इस मामले में भी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के आदेश के बाद पुलिस ने प्रिंसिपल सहित चार लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज करवाया था। इंदौर पुलिस ने किताब की राइटर फरहत खान को पुणे से गिरफ्तार कर लिया है।