नौतनवा और गोंदिया-बरौनी का समय व रूट बदलने उठ रही मांग
छत्तीसगढ़, यूपी, बिहार रेल यात्री सेवा संघ ने रेल यात्रियों की समस्या से अवगत कराया रेल मंत्री को
भिलाई
छत्तीसगढ़ रेल यात्री सेवा संघ ने आम जनता को हो रही परेशानियों से रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को अवगत कराते हुए ज्ञापन भेजा है। संघ के पदाधिकारियों ने दुर्ग से इलाहाबाद-गोरखपुर रूट पर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के छूटने के समय और स्टापेज को लेकर भी मांग उठाई है। अपनी मांगों का ज्ञापन संघ की ओर भारतीय डाक के माध्यम से प्रेषित किया गया है।
संघ की ओर कहा गया है कि कोरोना काल से लेकर अब तक रेलवे परिचालन पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाया है और मरम्मत के नाम पर ट्रेन रद्द कर दी जाती है, जिसका खामियाजा ऐसे यात्री भुगतते हैं जो पहले से योजना बना कर अपना रेलवे रिजर्वेशन करवा रखते हैं। इसके अलावा किसी आपात परिस्थिति में भी ट्रेन से यात्रा करने वाले बेहद परेशान हैं। फिर एक बार रविवार 18 दिसंबर को खबर मिली है कि देश भर में 294 ट्रेन रद्द कर दी गई है, जिससे यात्री हलाकान हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ रेल यात्री सेवा संघ ने अपनी मांग में दुर्ग-गोरखपुर नौतनवा एक्सप्रेस को दुर्ग से प्रतिदिन सुबह 7 बजे से 10 बजे के मध्य चलाने की मांग की है, जिससे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में सूफी संत हजरत बाबा भोले शाह की दरगाह में जियारत के लिए सलेमपुर जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों को दिन के वक्त वहां उतरने की सुविधा मिल सके। क्योंकि सलेमपुर में रात के वक्त ट्रेन से उतरने के बाद परिवहन के साधनों की कमी है। संघ ने दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस का स्टॉपेज भिलाई पावर हाउस व सलेमपुर जंक्शन पर देने की मांग की है। इसके अलावा संघ ने गोंदिया बरौनी एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन वाया मऊ-भटनी-सिवान रूट पर चलाने की मांग भी की है। जिससे उस मार्ग पर यात्रा करने वालों को सुविधा मिल सके।
रेल यात्री सेवा संघ ने छत्तीसगढ़ से बिहार व उत्तर प्रदेश की दिशा में जाने वाले यात्रियों की परेशानियों से रेल मंत्री को अवगत कराते हुए कहा है कि यूपी-बिहार जाने वाले यात्रियों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। छत्तीसगढ़ में निवासरत यूपी-बिहार वासियों में ज्यादातर लोग सारनाथ एक्सप्रेस, गोंदिया बरौनी एक्सप्रेस और नौतनवा एक्सप्रेस के लिए 3 महीने पहले से टिकट कटा कर रखते हैं लेकिन हाल के दो वर्षों से ऐसे यात्रियों को अचानक ट्रेन रद्द होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इनमें ज्यादातर गरीब अथवा मध्यम वर्ग के लोग हैं, जिनके पास हवाई यात्रा का विकल्प नहीं है।
हाल के रवैये के चलते यात्रियों में भय बना रहता है कि रेलवे कब नया फरमान जारी कर दे? इसके अलावा छत्तीसगढ़ से अपने पुरखों अथवा दिवंगत परिजनों के नाम पर कर्मकांड के लिए गया, बनारस और इलाहाबाद जाने वाले लोगों को भी कई परेशानियां हो रही है। अचानक ट्रेन रद्द होने से अपने घर के कर्मकांड के लिए और अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने जाना मुश्किल हो गया है। इस तरह से लोगों में ऐसी तकलीफ शायद 70 सालों में देखने को ना मिली हो जो अब मिल रही है। रेल यात्री सेवा संघ ने रेलवे मंत्री से मांग की है कि उच्च कुलीन वर्ग के लिए भारी-भरकम किराए वाली नई ट्रेन चलाने के बजाए आम जनता की सभी एक्सप्रेस-सुपरफास्ट ट्रेनों का परिचालन नियमित किया जाए। रेल मंत्री से उक्ताशय की मांग करने वालों में प्रभु नाथ मिश्रा, बहादुर अली, हरेंद्र प्रसाद साह,वाइ के सिंह ,प्रेम कुमार शर्मा ,वली मोहम्मद, हाजी ताहिर सिद्दीकी ,रमाशंकर यादव, नूर मोहम्मद सिद्दीकी , वकील मोहम्मद, सलीम ,तबारक हुसैन ,अजय प्रजापति, बीडी खान, डॉक्टर अहमद ,राजकुमार सिंह, आफताब हुसैन, नजमुल हसन सिद्दीकी ,परमानंद यादव, अदालत खान ,मोहम्मद शकील ,प्रमोद कुट्टी , सत्तार अहमद, राम संजय नायक, रामा शंकर, सुदामा ,मोहम्मद शोएब, अरुण शर्मा, व हाजी एम एच सिद्दीकी सहित अन्य शामिल हैं।