‘PM पैकेज कठपुतली, आंखें खोल लीजिए…’, आतंकी समूह ने फिर से कश्मीरी पंडितों को दी धमकी
नई दिल्ली
लश्कर-ए-तैयबा की भारतीय शाखा द रेसिस्टेंस फोर्स (TRF) ने कश्मीरी पंडितों को फिर से धमकी दी है। द रेसिस्टेंस फोर्स ने एक पत्र जारी कर कश्मीरी पंडितों को धमकी देते हुए कहा है कि वो 'हमेशा विक्टिम कार्ड' खेलते हैं। संगठन ने छह जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों को सूचीबद्ध किया और उन्हें 'PM पैकेज कठपुतली' मानते हुए धमकी दी है। टीआरएफ के धमकी भरे पत्र में कहा गया है, "यह सूची उन सभी लोगों के लिए आंखें खोलने वाली होनी चाहिए, जो प्रवासी पंडितों के पीएम पैकेज कठपुतली के हमदर्द बनने की कोशिश करते हैं।" अपनी सूची में उक्त अधिकारियों के विभागों की गणना करने के बाद, द रेजिस्टेंस फोर्स ने कहा कि अधिकारी, मुख्य रूप से शिक्षा विभाग में नियुक्त, 1990 के दशक में इंटेलिजेंस ब्यूरो के 'प्यादे हुआ करते थे' और अब 'वे संगी एजेंडे की सेवा करते हैं'।
आतंकवादी संगठन ने कश्मीरी पंडितों के लिए अपनी धमकी भरे पत्र में कहा है, "ये पीएम पैकेज कठपुतली दिल्ली की सेवा करने और उन सभी विभागों का भारतीयकरण करने के लिए किए गए समझौते के मुताबिक अपना काम कर रहे हैं, जिनकी वे सेवा में दिन-रात लगे रहे हैं। 1990 के दशक की शुरुआत में वे आईबी के मोहरे हुआ करते थे और अब वे संगी एजेंडे की सेवा करते हैं। उन्हें उनके पदों की परवाह किए बिना कामों को सौंपा गया है। इस सूची में बताया गया है, एक हाई प्रोफाइल के केयरटेकर को कैसे एक निम्न-श्रेणी की नौकरी सौंपी गई है। यह केवल एक विभाग में नहीं है बल्कि सभी विभाग हैं जहां इन दिल्ली प्रायोजित एजेंटों को तैनात किया जा रहा है।"
'जल्द ही इन देशद्रोहियों का खून बह जाएगा…'
टीआरएफ ने कहा, "लिस्ट बहुत बड़ी है और जल्द ही इन देशद्रोहियों का खून बह जाएगा। यहां हम एक बात स्पष्ट करना चाहते हैं- वे कश्मीरी पंडित जो 1990 के दशक में पलायन नहीं किया और घाटी में वापस आ गए हैं, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है।"
इससे पहले आतंकी समूह 'कश्मीर फाइट' ने दी थी धमकी
आतंकी समूह 'कश्मीर फाइट' ने इससे पहले कश्मीरी पंडितों को धमकी दी थी और कहा था कि कश्मीरी पंडितों की ट्रांजिट कॉलोनियों को 'कब्रिस्तान' में बदल देंगे। 'कश्मीर फाइट' ने कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों को ये धमकी दी थी। कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को एक धमकी भरे पत्र में आतंकी समूह ने चेतावनी दी थी कि वे कश्मीरी पंडितों की ट्रांजिट कॉलोनियों को 'कब्रिस्तान' में बदल देंगे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बारामूला और बांदीपोरा में कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों की ट्रांजिट कॉलोनियों के निर्माणाधीन स्थल के दौरा करने के बाद ये बयान आया था। जम्मू और कश्मीर प्रशासन उत्तरी कश्मीर में बांदीपोरा जिले के सुंबल क्षेत्र के ओडिना गांव में प्रवासी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के लिए ट्रांजिट आवास का निर्माण कर रहा है। 'कश्मीर फाइट' ने कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों के लिए नई ट्रांजिट कॉलोनियों के निर्माण में शामिल ठेकेदारों को भी धमकी दी थी। कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों की एक सूची जारी करते हुए, समूह ने वेस्ट बैंक में पंडितों की कॉलोनियों को 'इजरायली बस्तियां' कहा था।