70 फार्मेसी कॉलेज नहीं दे पाएंगे TFW में दाखिले
भोपाल
सूबे के 245 फार्मेसी कॉलेजों के डी-बीफार्मा कोर्स में प्रवेश देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें करीब 70 कॉलेजों को टीएफडब्ल्यू (ट्यूशन फीस वेबर स्कीम) की सीटों पर प्रवेश नहीं दे पाएंगे। क्योंकि फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया (एफसीआई) ने उन्हें अंडर सेक्शन 12 के मापदंड पर उचित नहीं पाया है। वर्तमान में प्रवेश के 176 कॉलेज ही टीएफडब्ल्यू की सीटों पर प्रवेश दे पाएंगे। एफसीआई ने प्रदेश के 70 कालेजों को इंटेक पर मिलने वाली पांच फीसदी सीटों पर कटौती कर दी है। इसलिये वे टीएफडब्ल्यू की सीटों पर प्रवेश नहीं दे पाएंगे। क्योंकि एफसीआई ने उक्त कालेजों को टीएफडब्ल्यू की सीटों पर प्रवेश देने के लिये अंडर सेक्शन 12 के तहत अपने मापदंडों पर उचित नहीं पाया है। इसलिये उनकी टीएफडब्ल्यू की सीटों पर रोक लगा दी है।
शेष 176 कॉलेजों की करीब 636 सीटों में से करीब 200 सीटों पर ही प्रवेश हो सके हैं। 436 सीटें रिक्त हैं। उक्त शेष सीटों पर प्रवेश दूसरे राउंड की काउंसलिंग में होने के कयास लगाए जा रहे हैं। भोपाल में करीब दो दर्जन कालेजों के पास टीएफडब्ल्यू की सीटें मौजूद हैं, लेकिन इसमें से करीब पचास फीसदी कालेजों की सीटों पर एक भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिए हैं।
चार हजार छात्रों की च्वॉइस फिलिंग, आज जारी होगी मेरिट
बी-डीफार्मा में प्रवेश लेने के लिये करीब चार हजार विद्यार्थियों की च्वाइस फिलिंग हुई है। आज तकनीकी शिक्षा विभाग उन्हें प्रवेश देने के लिये मेरिट सूची जारी करेगा। इसके बाद विभाग 23 दिसंबर को उनको सीटें आवंटित करेगा। विद्यार्थी 27 दिसंबर की शाम पांच बजे तक कालेजों में पहुंचकर प्रवेश ले पाएंगे। इसके बाद विभाग रिक्त सीटों पर सीएलसी से सीटों पर प्रवेश कराने के लिये 28 और 29 दिसंबर तक पंजीयन करा सकेंगे। विद्यार्थी सिर्फ 29 दिसंबर को कालेज में उपस्थित होकर प्रवेश लेंगे।