देश की ताकत है मारवाड़ी समाज : शर्मा
रायपुर
अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को वीआईपी रोड स्थित एक निजी होटल में संपन्न हुई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई, साथ ही आगामी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए अधिवक्ता नंदलाल सिंघानिया को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि मारवाड़ी समाज इस देश की ताकत है, लोगों में दान-धर्म की भावना का पनपना हमारे समाज की ही देन है। मारवाड़ी समाज ने अपने पुरुषार्थ के बल पर सब कुछ प्राप्त किया है। हमारा समाज किसी के रहमोकरम का मोहताज कभी नहीं रहा बल्कि अपनी कर्मठता, कार्य कुशलता, क्षमता के बल पर आगे बढ़ा है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के प्रदेशाध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंघानिया ने दी। श्री सिंघानिया ने बताया कि यह पहला अवसर था जब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रायपुर में आयोजित की गई हो। इस बैठक में पूरे देश के 12 राज्यों के मारवाड़ी समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक में समाज के अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सम्मेलन में शामिल हुए अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए तथा समाज को और सुसंघठित करने तथा आगामी योजनाओं पर विचार-विमर्श भी किया। उन्होंने इस आयोजन की जवाबदारी छत्तीसगढ़ को सौंपे जाने पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रति आभार व्यक्त किया। वहीं महामंत्री अमर बंसल ने छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन की गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त में जानकारी दी।
सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने कहा कि मारवाड़ी समाज के लोगों ने चर्तुदिक सफलता का परचम लहराया है। सबसे बड़ी बात है कि हमारी युवा पीढ़ी नित नये मुकाम हासिल कर रही है। साथ ही उन्होंने समाज में पुरानी के साथ-साथ नित नई पनप रही कुरीतियों पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे समाज में सम्बन्ध विच्छेद एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। घर के बुजुर्गों की अवहेलना तथा उनके मान-सम्मान में कमी समाज को पतन की ओर ले जा रहा है। हम सबको मिलकर इस दिशा में ठोस एवं सार्थक कदम उठाने होंगे, लोगों को जागरूक करना होगा।
निवर्तमान अध्यक्ष श्री संतोष सराफ ने कहा कि सम्मेलन में सदस्य सभी विषयों पर खुलकर चर्चा कर रहे हैं, यह सम्मेलन की बढ़ती सार्थकता है। एक समय था जब सिर्फ समाज सुधार पर बातें होती थीं, आज समाज सेवा की भी बात होने लगी है। अब हमें पुरानी बातों की बजाय समाज में पनप रही नई कुरीतियों पर विचार करना चाहिए। राष्ट्रीय महामंत्री श्री संजय हरलालका ने विगत दिनों के कार्यकलापों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। साथ ही कहा कि पूरे देश में मात्र सम्मेलन की एक मात्र ऐसी संस्था है, जिस पर किसी समाज को गहरा विश्वास है। तभी तो कहीं भी समाज पर संकट आता है तो लोग सम्मेलन की ओर आशा भरी नजरों से देखते हैं। सही मायने में कहा जाये तो सम्मेलन मेडिक्लेम की तरह है, जो संकट का सहारा भी है।
बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्षगण श्री पवन कुमार सुरेका (बिहार), श्री पवन कुमार गोयनका (दिल्ली), श्री अशोक जालान (उत्कल) सहित बिहार के प्रादेशिक अध्यक्ष श्री महेश जालान, पूर्वोत्तर के अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश खण्डेलवाल, उत्कल के अध्यक्ष श्री गोविन्दराम अग्रवाल, दिल्ली के अध्यक्ष श्री लक्ष्मीपत भूतोडि?ा, झारखण्ड के अध्यक्ष श्री बसन्त मित्तल, आन्ध्र प्रदेश के अध्यक्ष श्री चांदमल अग्रवाल, यूपी के अध्यक्ष श्री श्रीगोपाल तुलस्यान सहित अन्यों ने तलाक के पीछे लड़के-लड़कियों में इगो को प्रमुख कारण बताया। इसके अलावा डेस्टिनेशन मैरेज, लड़कों की शादी की समस्या, प्री वेडिंग शूट, पूल पार्टी आदि के बढ़ते चलन जैसे कई मुद्दों पर गहरी चिन्ता जाहिर की। बेंगलौर से आये श्री ओम प्रकाश पोद्दार, मप्र से श्री कमलेश नाहटा, उत्कल से श्री जगदीश गोलपुरिया, पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री श्री शिव कुमार लोहिया, पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री कैलाशपति तोदी, श्रीमती सुषमा अग्रवाल, श्री सत्यनारायण सिंघानिया, श्री पारसचन्द जैन, श्री लोकेश कवाडि?ा, चैन्नई से पधारे श्री जगदीश प्रसाद शर्मा सहित अन्यों ने भी अपने विचार रखे।
बैठक में आगामी सत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए एडवोकेट श्री नन्दलाल सिंघानिया को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया। राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री श्री गोपाल अग्रवाल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री दामोदर प्रसाद बिदावतका के अलावा सर्वश्री जयदयाल अग्रवाल, विजय केडिया, पोडेश्वर पुरोहित, पवन कुमार जालान, सज्जन शर्मा, मनोज जैन, घनश्याम पोद्दार, रमेश कुमार बजाज, जयदीप मिन्नी, ओम प्रकाश प्रणव सहित काफी संख्या में पूरे देश से सदस्यों से उपस्थिति रही।